भारतीय क्षेत्र में लड़े गए प्रमुख युद्ध Major wars fought in Indian territory

Safalta Experts Published by: Blog Safalta Updated Tue, 19 Oct 2021 06:19 PM IST

भारत के इतिहास (प्राचीन, मध्य और आधुनिक) में विभिन्न साम्राज्यों और सल्तनतों के द्वारा अनेक युद्ध लड़े गए है, जो इतिहास के स्वर्णिम अक्षरों में लिखे गए है। इन युद्धों के अक्षरों को देखा जाए तो ये निम्नवत प्रदर्शित होते है।   यदि आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और विशेषज्ञ मार्गदर्शन की तलाश कर रहे हैं, तो आप हमारे करंट अफेयर्स को सब्सक्राइब करे FREE Current Affairs Ebook- Download Now.

Source: amarujala


 
Current Affairs Ebook Free PDF: डाउनलोड करें General Knowledge Ebook Free PDF: डाउनलोड करें

Free Demo Classes

Register here for Free Demo Classes


        युद्धों का विवरण –       
1. तराईन का पहला युद्ध यह युद्ध सन् 1191 ई० में "पृथ्वीराज चौहान और मोहम्मद गौरी" के बीच लड़ा गया था। इस युद्ध में पृथ्वीराज की जीत हुई थी और अब यह स्थान हरियाणा के 'थानेसर' में स्थित है।

2. तराईन का द्वितीय युद्ध- यह युद्ध अपने प्रथम युद्ध के ठीक एक साल बाद सन् 1192 में लड़ा गया था। यह युद्ध "पृथ्वीराज चौहान और गौरी" के बीच होने वाला दुसरा युद्ध था, इसमें मोहम्मद गौरी द्वारा अपने हार का बदला लेते हुए, इस युद्ध को जीता गया था। इसी जीत के बाद गौरी भारत के 'खैबर दर्रे' में प्रवेश किए।

3. चंदावर का युद्ध - यह युद्ध सन् 1194 में "मोहम्मद गौरी और जयचंद्र" के बीच हुआ था। इस युद्ध में कन्नौज के राजा जयचंद्र को गौरी से हार का सामना करना पड़ा था, यह युद्ध स्थान अब आगरा के निकट मध्य 'फिरोजाबाद' में स्थित है।

4. पानीपत का प्रथम युद्ध- यह युद्ध 1526 में "बाबर और इब्राहिम लोदी" के मध्य लड़ा गया था, इस युद्ध में बाबर द्वारा लोदी को हराकर उसे मार दिया गया और मुगल साम्राज्य की नींव रखी गई।

5. खानवा का युद्ध - यह युद्ध 1527 मे "बाबर और राणासांगा" के बीच लड़ा गया था। इस युद्ध में बाबर की शानदार जीत हुई थी।

6. चंदेरी का युद्ध- यह युद्ध 1528 मे "बाबर और मेदिनी राय खंगेर" के बीच लड़ा गया था। चंदेरी को की अब 'मध्यप्रदेश' का हिस्सा है, इस युद्ध के बाद इसे मुगल साम्राज्य में विलय कर दिया गया।

7. घांघरा का युद्ध - यह युद्ध सन् 1529 मे "बाबर और बंगाल सल्तनत" के साथ हुआ था, इसमें बंगाल सल्तनत का साथ पूर्वी अफगानी सेना ने भी दिया था। इस युद्ध में बाबर की निर्यांत्मक जीत हुई थी।

8. चौसा का युद्ध- यह युद्ध 1539 में "हुमायूं और शेरशाह सूरी" के बीच हुआ था, इस युद्ध में शेरशाह की विजय होने के बाद उनके द्वारा 'दीन ए इलाही परम्परा' की शुरुवात की गई थी। चौसा 'बिहार राज्य' का एक हिस्सा है।
 

भारत के राष्ट्रपति और उनका कार्यकाल 

भारत के सभी राष्ट्रीय उद्यान विश्व की दस सबसे लंबी नदियां
भारत के प्रधानमंत्रियों की सूची भारत में IIM कॉलेज की सूची  India in Olympic Games

9. कन्नौज का युद्ध- यह युद्ध एक बार फिर से "शेरशाह सूरी और हुमायूं" के बीच लड़ा गया। इस युद्ध में दुबारे से हुमायूं का ही हार हुआ।

10. पानीपत का द्वितीय युद्ध- यह युद्ध 1556 में "अकबर और हेमू" के बीच लड़ा गया। हेमू दिल्ली युद्ध में तारदी बेग खान को हराकर दिल्ली जीत चुका था,  पानीपत युद्ध के दौरान घायल हेमू को पकड़कर अकबर के नजदीकी 'बैरम खान' के द्वारा मौत की सजा दी गई थी।

11. कार्नटिक का प्रथम युद्ध- यह युद्ध 1746 से 1748 के बीच चली थी। यह युद्ध "फ्रेंच के संथा साहेब और ब्रिटिश के आर्कोट नवाब" के बीच लड़ा गया था, ये दोनो हैदराबाद के निजाम के दामाद थे।

फ्री मॉक टेस्ट का प्रयास करें- Click Here

12. कार्नटिक का द्वितीय युद्ध- यह युद्ध 1749 से 1754 के बीच चला था। इस युद्ध में "फ्रेंच के नजीर जंग जो कि हैदराबाद निजाम के पुत्र और ब्रिटिश के मुसफर जंग" जो कि हैदराबाद निजाम 'उल मुल्क' के पोते थे, इन दोनो के बीच हुआ। इस युद्ध में ब्रिटिश समर्थित मुसफर की विजय प्राप्त हुई,और 1754 में पुद्दुचेरी पैक्ट पर हस्ताक्षर हुआ।

13. कार्नटिक का तृतीय युद्ध- यह युद्ध 1758 से 1763 के बीच चला, यह सीधे "ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और फ्रेंच ईस्ट इंडिया" कंपनी के बीच हुआ था।
अंततः ब्रिटिश ने फ्रेंचों को हराकर 'पुद्दुचेरी,गिंगी किले' पर फतह हासिल किए थे।

14. प्लासी का युद्ध- यह युद्ध 1757 में हुआ था, यह युद्ध "ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के रॉबर्ट क्लाइव और बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला" के बीच हुआ। इसमें ब्रिटिश ईस्ट इंडिया की जीत हुई, जिसे भारत में अपनी पैर जमाने का पहला कदम माना जाता है।

15. बक्सर का युद्ध- यह युद्ध 1764 में हुआ था। यह युद्ध भी "ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के हेक्टर मुनरो और बंगाल तथा मुगल के मीर कासिम और शाह आलम" के बीच लड़ा गया था। इस युद्ध में भी ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की ही जीत हुई, और इसके बाद अंग्रेजी सेना भारत पर अपना वर्चस्व और मजबूत कर ली।

प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कैसे करें

अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की बेहतर तैयारी के लिए उम्मीदवार सफलता के फ्री कोर्स की सहायता भी ले सकते हैं। सफलता द्वारा इच्छुक उम्मीदवार परीक्षाओं जैसें- SSC GD, UP लेखपाल, NDA & NA, SSC MTS आदि परीक्षाओं की तैयारी कर सकते हैं। इसके साथ ही इच्छुक उम्मीदवार सफलता ऐप से जुड़कर मॉक-टेस्ट्स, ई-बुक्स और करेंट-अफेयर्स जैसी सुविधाओं का लाभ मुफ्त में ले सकते हैं। 

Related Article

DHSE Kerala Plus Two, Class 11 Model Exam Time Table 2025 released, Check the exam schedule here

Read More

Maharashtra RTE Admission: 25% आरक्षित सीटों पर महाराष्ट्र आरटीई के लिए आवेदन शुरू, जानें पात्रता मानदंड

Read More

SBI PO Job 2024: एसबीआई में पीओ के 600 पदों पर आवेदन की अंतिम तिथि बेहद नजदीक, जल्द करें इस लिंक से पंजीकरण

Read More

UKPSC RO, ARO Prelims Exam: यूकेपीएससी आरओ, एआरओ प्रारंभिक परीक्षा हुई रद्द, अब इस डेट में होगा एग्जाम

Read More

RRB NTPC Exam 2024: कब जारी होगी आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा की तारीख? जानें परीक्षा से जुड़े नए अपडेट्स

Read More

GATE 2025 Admit Card: गेट परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र हुए जारी, यहां से करें डाउनलोड; फरवरी में होंगे एग्जाम्स

Read More

JAC Jharkhand board 10th-12th model papers 2025 out; Read the steps to download pdf here

Read More

RRB ALP Result 2024: लोको पायलट सीबीटी-1 का रिजल्ट कब होगा जारी? जानें चयन प्रक्रिया और टाई-ब्रेकिंग नियम

Read More

MP Metro Rail Recruitment 2025: Registration window for various posts open now; Salary Up to 1.45 Lakh, Read here

Read More