मौर्य साम्राज्य का इतिहास एंव मुख्य शासक
चन्द्रगुप्त मौर्य
- चन्द्रगुप्त मौर्य (322-298 ई.पूर्व) ने गुरु चाणक्य की सहायता से नन्दशासक 'घनानन्द' का वध करके मौर्य साम्राज्य की स्थापना की थी।
- नंद वंश के विनाश करने में चंद्रगुप्त मौर्य ने कश्मीर के राजा पर्वतक से सहायता प्रप्त की थी।
- चंद्रगुप्त मौर्य को मुद्राराक्षस में वृषल तथा कुलहीन कहां गया था।
- चंद्रगुप्त मौर्य के अन्या नाम सैण्ड्रोकोट्स, पालीब्रोथम, एण्ड्रोकोट्स, विशाल आदि थे।
- बौध्द साहित्य महावंश तथा अर्थशास्त्र में चंद्रगुप्त मौर्य को क्षत्रिय कहा गया है।
- चंद्रगुप्त के प्रकाशन का प्राचीन अभिलेखीय साक्ष्य रुद्रदामन के जूनागड़ अभिलेख से मिलती है।
- भारतीय साम्राज्य का पहला ऐतिहासिक संस्थान चंद्रगुप्त मौर्य को मन जाता है।
- सेल्यूकस का राजदूत चुंबक मेगास्थनीज चंद्रगुप्त के दरबार में आया, जैसने इंडिका नमक पुस्तक लिखी।
- मेगास्थनीज ने पाटलिपुत्र को पालिब्रोथा कहां है।
- सेल्यूकस निकेटर ने अपनी पुत्री कार्नेलिया की शादी चंद्रगुप्त मौर्य के साथ कर दी और चार प्रान्त काबुल, कंधार, हेरात एंव मकरान, चंद्रगुप्त को दिया।
Source: Quora
बिन्दुसार
- चंद्रगुप्त मौर्य तथा माता. 'दुर्धरा' का पुत्र बिन्दुसार (298ई.) मगध की राजगद्दी पर बैठा।
- बिन्दुसार के अन्य नाम हैः अमित्रघात , अमित्रोकेडीज (यूनानी द्वारा), नन्दसार, भद्रसार (वायुपुराण), बिन्दुसार (परिशिष्टपर्वन) तथा बिन्दुपाल (चीनी ग्रन्थ)।
- सुभद्रांगी बिन्दुसार की मुख्य पत्नी थी।
- बिन्दुसार के शसनकाल में तक्षशिला में दो बार विद्रोह हुआ। पहली बार अशोक ने विद्रोह का दमन किया एक दसरी बार सुसीम ने।
- बिन्दुसार आजीवन संप्रदाय का अनुयायी था।
- जैन ग्रंथ में बिन्दुसार को सिंहसेन कहा गया है।
- दिव्यावदान के अनुसार बिन्दुसार की मंत्रीपरिषद में 500 मंत्री थे।
- ऐथेनियस के अनुसार बिन्दुसार ने सीरिया के शशक एण्टियोकस प्रथम से मदीरा, सुखे, अंजीर एंव एक दार्शनिक भेजने की प्रार्थना की थी लेकिन सीरियाई शासक ने दार्शनिक नहीं भेजा।
- बौध्द विद्वान तारानाथ में बिन्दुसार को 16 राज्यों का विजेता बताया है।
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अशोक
- बिन्दुसार का उत्तराधिकारी अशोक महान हुआ जो (269ई.पूर्व) में मगध की राजगद्दी पर बैठा।
- अशोक की माता का नाम सुभद्रांगी था।
- राजगद्दी पर बैठने के समय अशोक अवन्ती का राज्यपाल था।
- अशोक ने 99 भाइयों की हत्या करके सिंहासन प्रप्त किया (सिंहली स्त्रोत)।
- बिंदुसर के 101 पुत्र में सुअम (सुसीम) सबसे बड़ा (अशोक) दुसरा और (तिष्य)सबसे छोटा (बौध्द ग्रथ)।
- कारुवाकि तिस्सरक्खा अशोक की दो महारानियाँ थी
- अशोक की पत्नी महादेवी (शाक्यकुलीन विदिशा की राजकुमारी) से महेंद्र और संघमित्रा नमक 2 संतान हुई।
- अशोक ने बौद्ध धर्म के प्रचार के लिए अपने पुत्र महेंद्र एंव पुत्री संघमित्रा को श्रीलंका भेजा।
- संघमित्रा और चारुमती अशोक की दो पुत्रियाँ थी।