नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने मंगलवार को पहली बार आयोजित करवाई गई कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट परीक्षा के रिजल्ट अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दिए हैं। ऐसे तो छात्रों को नेशनल लेवल की परीक्षाएं पास करने में सालों की तैयारी लगती है मगर अपूर्वा पंवर ने पहली ही कोशिश में सीयूईटी परीक्षा क्रैक करके अपना और अपने परिवार का नाम रोशन किया है। अपूर्वा ने ना केवल पहली बार में सीयूईटी परीक्षा क्रैक की है बल्कि इंग्लिश विषय में 100 परसेंटाइल भी हासिल किया है। अपूर्वा मेरठ की रहने वाली है और मध्यम वर्गीय परिवार की है, उनका सपना देश की टॉप सेंट्रल यूनिवर्सिटी एडमिशन लेना है। अपूर्वा न केवल इंग्लिश विषय में 100 परसेंटाइल हासिल किया बल्कि जियोलॉजी विषय में भी 97 परसेंटाइल हासिल किए है। अपूर्वा पंवर की उम्र मात्र 16 साल है और वह कंकर मेरठ की रहने वाली है।
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सफलता के साथ करी थी परीक्षा की तैयारी
अपूर्वा पंवर में कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट जैसी कठिन परीक्षा की तैयारी करने के लिए हमारे सीयूईटी ऑनलाइन बैठ के साथ तैयारी की थी। अपूर्वा ने कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट के रिजल्ट जारी होने के बाद एक ऑनलाइन वीडियो जारी करते हुए सफलता के साथ अपना अनुभव साझा किया है। उन्होंने बताया कि कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट परीक्षा की तैयारी करने के लिए सफलता के ऑनलाइन बैच में एडमिशन लेना उनका एक अच्छा फैसला था। शुरुआती समय में अपूर्वा काफी ज्यादा परेशानी में थी जैसे कि कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट परीक्षा की तैयारी कैसे की जाए, क्योंकि यह परीक्षा पहली बार आयोजित करवाई जा रही थी और परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों की संख्या भी काफी अधिक थी। मगर फैकल्टी के सही मार्गदर्शन और परीक्षा के लिए रणनीति ने उनको कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट परीक्षा में अच्छे अंक हासिल करने में मदद करें।
क्या है सीयूईटी परीक्षा?
कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट का आयोजन इस साल नई शिक्षा नीति के लागू होने के बाद पहली बार करवाया गया था। अंडर ग्रेजुएशन के लिए हुई सीयूईटी परीक्षा का आयोजन जुलाई और अगस्त महीने में करवाया गया था जिसके लिए पूरे देश भर से 15 लाख के करीब अभ्यार्थियों ने अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया था। 2022 से देश की बड़ी सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट को अनिवार्य कर दिया गया है जिस वजह से छात्रों को अब किसी भी यूनिवर्सिटी की अलग से परीक्षा नहीं देनी होगी। अब अलग-अलग सेंट्रल यूनिवर्सिटी अपना-अपना कट ऑफ लिस्ट जारी करेगी जिसके आधार पर छात्र सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एडमिशन ले पाएंगे।