Source: us today
इस से पहले नासा हबल स्पेस टेलीस्कोप का इस्तेमाल करते थे
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नासा अभी तक जो अंतरिक्ष की जानकारि देते थे उसमे हबल स्पेस टेलीस्कोप का अहम योगदान है क्यों कि नासा अभी तक अंतरिक्ष की जानकारियों के लिए हबल स्पेस टेलीस्कोप का इस्तेमाल किया करता था। लेकिन जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप, जो है वो हबल टेलीस्कोप से कई गुना ज्यादा शक्तिशाली है।
पहुंचने में एक महीने का समय लगेगा
आपको यह जान के हैरानी होगी कि जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप अपने गंतव्य तक पहुंचने में 16 लाख किलोमीटर की यात्रा तय करेगी। इसे वहां पहुंचने में एक महीने का समय लगेगा और फिर अगले पांच महीनों में इसकी अवरक्त आंखें ब्रह्मांड की पड़ताल शुरू करने के लिए तैयार होंगी।
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नासा के प्रशासक ने क्या कहा?
नासा के बिल नेल्सन ने कहा कि "यह हमें हमारे ब्रह्मांड और उसमें हमारे स्थान की बेहतर समझ देने जा रही है कि हम कौन हैं, हम क्या हैं. हालांकि, उन्होंने आगाह करते हुए यह भी कहा था, "जब आप एक बड़ा पुरस्कार चाहते हैं, तो आपके सामने आमतौर पर एक बड़ा जोखिम होता है।"
प्रक्षेपण एक सप्ताह तक हुआ प्रभावित
दुनियाभर में खगोलविदों को इस दूरबीन के प्रक्षेपण का बेसब्री से इंतजार था। अंतिम-मिनट की तकनीकी खराबी ने प्रक्षेपण को लगभग एक सप्ताह तक प्रभावित किया और फिर तेज हवा ने इसे क्रिसमस की ओर धकेल दिया।
ब्रह्मांड की उत्तपति पर खोज
जेम्स वेब टेलीस्कोप के अंतरिक्ष में पहुंचने के बाद, ब्रह्मांड के निर्माण के शुरुआती चरणों के दौरान बने सितारों और आकाशगंगाओं (galaxies) की ओर 13.7 अरब वर्ष पीछे देखने का प्रयास करेगा। जेम्स वेब टेलीस्कोप को धरती पर इंसानों द्वारा बनाया गया टाइम मशीन भी कहा जा रहा है, क्योंकि ये ब्रह्मांड की उत्तपति की खोज करने वाला है।
एरियनस्पेस के मुख्य कार्याधिकारी स्टीफन इजराइल ने प्रक्षेपण के बाद कहा, "हमने आज सुबह मानवता के लिए प्रक्षेपण किया।" दूरबीन में कई उपकरण लगे हैं और इसमें सोने की परत चढ़ा एक दर्पण भी लगा है।