Shimla Conference: जाने क्या है शिमला सम्मलेन

Safalta Experts Published by: Nikesh Kumar Updated Tue, 15 Feb 2022 10:47 PM IST

सन 1945 में भारत के शिमला में वायसराय और ब्रिटिश भारत के प्रमुख राजनीतिक नेताओं के बीच एक बैठक हुई थी, इस बैठक को ‘शिमला सम्मेलन’ कहते हैं. यह बैठक भारतीय स्वशासन के लिए वेवेल योजना पर सहमति और अनुमोदन के लिए बुलाई गई थी. यह एक सर्वदलीय सम्मलेन था, जिसमें कुल 22 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था. इस सम्मलेन ने भाग लेने वाले प्रमुख नेताओं के नाम थे – जवाहरलाल नेहरु, मुहम्मद अली जिन्ना, इस्माइल खां, सरदार वल्लभभाई पटेल, अबुल कलम आजाद, खान अब्दुल गफ्फार खां, तारा सिंह इत्यादि. यह सम्मलेन विफल रहा था. शिमला सम्मेलन की विफलता का प्रमुख कारण ‘मुस्लिम लीग’ की जिद थी. यदि आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और विशेषज्ञ मार्गदर्शन की तलाश कर रहे हैं, तो आप हमारे जनरल अवेयरनेस ई बुक डाउनलोड कर सकते हैं  FREE GK EBook- Download Now.

Source: social media

Current Affairs Ebook Free PDF: डाउनलोड करे

Free Demo Classes

Register here for Free Demo Classes


इस बैठक के परिणामस्वरुप वायसराय और ब्रिटिश भारत के प्रमुख राजनितिक नेता भारत के स्व-शासन के लिए एक संभावित समझौते पर पहुंच पाए. इस सम्मलेन ने  मुसलमानों के लिए अलग प्रतिनिधित्व प्रदान किया और उनके बहुसंख्यक क्षेत्रों में दोनों समुदायों के लिए बहुमत की शक्तियों को कम कर दिया. लॉर्ड वेवेल ने आधिकारिक तौर पर 25 जून 1945 को शिमला सम्मेलन की शुरुआत की थी. अबुल कलाम आजाद उस समय कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे थे. उन्होंने शुरुआत में कांग्रेस का चरित्र "गैर-सांप्रदायिक" होने की बात कही थी. जिन्ना कांग्रेस के मुख्यतः हिंदू चरित्र के होने की बात कहते थे. उस समय अलग-अलग सोच के कारण एक रस्साकशी जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी थी जिसे वेवेल के हस्तक्षेप से सुलझाया गया था.

सभी सरकारी परीक्षाओं के लिए हिस्ट्री ई बुक- Download Now

जिन्ना की जिद –
29 जून की सुबह फ़िर से सम्मलेन आयोजित किया गया और वेवेल ने पार्टियों से अपनी नई परिषद् के लिए उम्मीदवारों की सूची प्रस्तुत करने के लिए कहा, आज़ाद ने सहमती व्यक्त की जबकि जिन्ना ने मुस्लिम लीग की कार्य समिति से परामर्श करने से पहले सूची प्रस्तुत करने से इनकार कर दिया. जिन्ना ने सम्मेलन के दौरान यह शर्त रखी थी कि वायसराय की कार्यकारिणी परिषद् में नियुक्त होने वाले सभी मुस्लिम सदस्यों का चयन मुस्लिम लीग स्वयं करेगी. जिन्ना ने कहा कि वेवेल मुस्लिम लीग के मंच से सभी मुस्लिम सदस्यों के नामांकन से सम्बंधित आश्वासन देने में विफल रहे, इसलिए वह सूची प्रस्तुत करने में सक्षम नहीं हैं.

जानें एक्सिस और सेंट्रल पॉवर्स क्या है व इनमें क्या अंतर हैं
जानें प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक इतिहास के बीच क्या है अंतर
नरम दल और गरम दल क्या है? डालें इतिहास के पन्नों पर एक नजर

वाइसराय ने नए परिषद् सदस्यों की अपनी एक सूची बनायीं और लियोपोल्ड अमेरी (भारत के राज्य सचिव) को दिया. चार (लियाकत अली खान, ख्वाजा नज़ीमुद्दीन, चौधरी खालिकुज्ज़मन और इसाक साईत) मुस्लिम लीग के सदस्य बनने वाले थे और दूसरे नॉन-लीग मुस्लिम (मुहम्मद नवाज़ खान). पाँच हिन्दू जाति जवाहरलाल नेहरु, वल्लभभाई पटेल, राजेंद्र प्रसाद, माधव श्रीहरी और बी.एन.राव थे. तारा सिंह सिक्खों का प्रतिनिधित्व करने वाले थे और बी.आर. अम्बेडकर अछूतों का. जॉन मथाई एकलौते क्रिस्टियन थे. वायसराय और कमांडर-इन-चीफ को मिलाकर कुल संख्या सोलह हो गयी थी. अमेरी ने वेवेल से कहा कि वह जिन्ना से बात करें और इस सूची से सम्बंधित परामर्श ले लें. जब वेवेल ने जिन्ना से बात की और उनसे मुस्लिम नामों के बारे में पूछा तो उन्होंने तबतक लीग के किसी भी सदस्य को सरकार का हिस्सा बनने की अनुमति देने से इनकार कर दिया जबतक कि मुस्लिम लीग का भारत के मुसलमानों का एकमात्र प्रतिनिधि होना स्वीकार नहीं कर लिया जाता.

वेवेल को इस माँग की पूर्ती हो पाना असंभव लगा इसलिए आधे घंटे बाद हीं उन्होंने गाँधी जी को अपनी विफलता के बारे में जानकारी दी. इस प्रकार वेवेल योजना जिसे कि बाद में शिमला सम्मलेन कहा गया, बुरी तरह से विफल रही थी.      

बाबरी मस्जिद की समयरेखा- बनने से लेकर विध्वंस तक, राम जन्मभूमि के बारे में सब कुछ
जाने क्या था खिलाफ़त आन्दोलन – कारण और परिणाम
2021 का ग्रेट रेसिग्नेशन क्या है और ऐसा क्यों हुआ, कारण और परिणाम
जानिए मराठा प्रशासन के बारे में पूरी जानकारी

Related Article

BPSC TRE 3.0 Result 2024: बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी, ऐसे चेक करें चयन सूची

Read More

RPSC School Teacher Bharti: स्कूल शिक्षक के 2129 पदों पर भर्ती के लिए पंजीकरण शुरू, स्नातक हैं तो करें आवेदन

Read More

RPSC School Teacher recruitment 2024: Application window for 2000+ posts open now, Apply now

Read More

RRB ALP Result 2024: जल्द जारी होगा लोको पायलट परीक्षा का रिजल्ट; यहां देखें संभावित कटऑफ

Read More

TBSE Exam Date 2025: फरवरी से शुरू होंगी त्रिपुरा बोर्ड कक्षा 10वीं-12वीं की परीक्षाएं, जारी हुआ कार्यक्रम

Read More

UPSSSC Junior Assistant Recruitment: यूपीएसएसएससी जूनियर असिस्टेंट भर्ती के लिए आवेदन शुरू; यहां देखें योग्यता

Read More

Rozgar Mela: पीएम ने बांटे 71,000 से अधिक नियुक्ति पत्र, कहा- डेढ़ साल में 10 लाख युवाओं को दी सरकारी नौकरी

Read More

CTET Answer Key 2024: दिसंबर सत्र की सीटेट परीक्षा की उत्तर कुंजी जल्द होगी जारी, जानें कैसे कर सकेंगे डाउनलोड

Read More

CLAT 2025: दिल्ली उच्च न्यायालय ने एनएलयू को दिया क्लैट परीक्षा के नतीजों में संशोधन का आदेश, जानें पूरा मामला

Read More