आरबीआई ने 2,50,000 करोड़ रुपये की निवेश सीमा के साथ स्वैच्छिक अवधारण मार्ग को फिर से खोला
भारतीय रिजर्व बैंक ने 2019 में 1,50,000 करोड़ रुपये की निवेश सीमा के साथ विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) द्वारा ऋण में निवेश के लिए स्वैच्छिक प्रतिधारण मार्ग (VRR) की शुरुआत की थी। इसमें से अब तक तीन चरणों में लगभग 1,49,995 करोड़ रुपये का लाभ उठाया जा चुका है। अब आरबीआई ने वीआरआर में निवेश की इस सीमा को रुपये से बढ़ा दिया है। 1,50,000 करोड़ से रु. 2,50,000 करोड़।
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