वायु सेना दिवस: महिलाएं कैसे इंटरमीडिएट के बाद फ्लाईंग ऑफिसर बन सकती हैं, जाने कैसे करें तैयारी

Safalta Experts Published by: Blog Safalta Updated Sat, 09 Oct 2021 04:53 PM IST

Source: amarujala

भारतीय वायु सेना, दुनिया की 5 सबसे शक्तिशाली वायु सेनाओं में से एक और आज 8 अक्टूबर 2021 को अपना 89वां स्थापना दिवस मना रही है। वायु सेना सहित तीनों रक्षा बलों में सरकारी नौकरियां न केवल सर्वश्रेष्ठ करियर और सुरक्षित भविष्य प्रदान करती हैं।
बल्कि सामाजिक प्रतिष्ठा और राष्ट्र की सेवा का गौरव भी प्रदान करती हैं। ऐसे समय में जब महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुष उम्मीदवारों के बराबर हैं, तब उनके पास तीनों रक्षा बलों में अधिकारियों के रूप में भर्ती होने का भी विकल्प है। सरकार और संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) को दिए गए आदेश के अनुसरण में यूपीएससी ने 24 सितंबर 2021 से भारतीय वायु सेना समेत तीनों सेवाओं में 12वीं के बाद प्रवेश के विकल्प देते हुए एनडीए परीक्षा में महिलाओं से आवेदन आमंत्रित किए हैं। इन भर्तियों के लिए आवेदन करने की आखिरी तारीख आज 8 अक्टूबर 2021 है। इच्छुक महिला उम्मीदवार आवेदन करने के लिए आयोग के आवेदन पोर्टल पर दिए गए फॉर्म के माध्यम से आवेदन कर सकती हैं। यदि आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और विशेषज्ञ मार्गदर्शन की तलाश कर रहे हैं, तो आप हमारे करंट अफेयर्स को सब्सक्राइब करे FREE Current Affairs Ebook- Download Now.
 
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वायु सेना में फ्लाइंग ऑफिसर बनने की योग्यता-
भारतीय वायु सेना में प्रवेश के लिए, महिला उम्मीदवारों को भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित विषयों के साथ इंटरमीडिएट परीक्षा या समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण होना चाहिए। साथ ही, इस परीक्षा में बैठने के लिए उभयार्थी का जन्म 2-1- 2003 से पहले का होना चाहिए।
 
Delhi Police Constable Salary UP Police Constable Salary 2021
Bihar Police SI Salary 2021 RSMSSB JE Salary
 
 फ्लाइंग ऑफिसर बनने के लिए क्या है चयन प्रक्रिया-
 
एनडीए (2) परीक्षा 2021 यूपीएससी द्वारा 14 नवंबर 2021 को आयोजित की जानी है। इस परीक्षा में उनके प्रदर्शन के आधार पर सफल घोषित उम्मीदवारों को सेवा चयन बोर्ड (एसएसबी) द्वारा आयोजित साक्षात्कार दौर और चिकित्सा परीक्षा चरणों के लिए आमंत्रित किया जाता है। एसएसबी चरणों में उनके प्रदर्शन के आधार पर, सफल महिला उम्मीदवारों को उनकी योग्यता और उनके भारतीय वायु सेना चयन के अनुसार तीन साल का शैक्षणिक और शारीरिक प्रशिक्षण दिया जाता है। इसमें उत्तीर्ण वायु सेना कैडेटों को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली द्वारा उम्मीदवारों को बी.टेक डिग्री/बी.एससी/बी.एससी (कंप्यूटर) की डिग्री प्रदान की जाएगी।
 
तत्पश्चात, उड़ान या गैर-तकनीकी ग्राउंड ड्यूटी शाखा के लिए कैडेटों को वायु सेना अकादमी, हैदराबाद और वायु सेना कैडेट ग्राउंड ड्यूटी (तकनीकी शाखा) को वायु सेना तकनीकी कॉलेज, बैंगलोर भेजा जाएगा। वायुसेना के कैडेटों को संबंधित अकादमियों में डेढ़ साल का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण को पूरा करने के बाद कैडेटों को भारतीय वायु सेना में फ्लाइंग ऑफिसर के रूप में स्थायी कमीशन (नियुक्ति) दिया जाएगा।