Source: social media
वहीं एक्सिस पॉवर्स वर्ल्ड वॉर 2 में विरोधीयों में से एक थी। यदि आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और विशेषज्ञ मार्गदर्शन की तलाश कर रहे हैं, तो आप हमारे जनरल अवेयरनेस ई बुक डाउनलोड कर सकते हैं FREE GK EBook- Download Now.एक्सिस और सेंट्रल पॉवर्स क्या है-
एक्सिस पॉवर्स-एक्सिस पावर एक सैन्य गठबंधन था जिसने द्वितीय विश्व युद्ध में मित्र राष्ट्रों के खिलाफ लड़ाई लडी थी।जिन्हें रोम-बर्लिन-टोक्यो एक्सिस' नाम से भी जाना जाता है। ऐक्सिस पावर ने मित्र राष्ट्रों के विरोधीयों के साथ एक आधार बना लिया था लेकिन वो अपनी गतिविधियों का पूरा नही कर पाए। एक्सिस पॉवर्स का विकास 1930 के दशक के मध्य में अपने विस्तारवादी हितों को सुरक्षित करने के लिए जर्मनी, जापान और इटली के राजनयिक प्रयासों से हुआ था।
सभी सरकारी परीक्षाओं के लिए हिस्ट्री ई बुक- Download Now
सेंट्रल पॉवर्स-
सेंट्रल पॉवर्स ने वर्ल्ड वॉर 1 में मित्र राष्ट्रों के खिलाफ लडाई लडी थी। हालकिं सेंट्रल पॉवर्स को मित्र देशों से हार का सामना करना पडा था। वर्ल्ड वॉर 1 में सेंट्रल पॉवर्स के सदस्य जर्मन साम्राज्य और ऑस्ट्रो-हंगेरियन साम्राज्य थे। 1914 में तुर्क साम्राज्य फिर1915 में बुल्गारिया साम्राज्य सेंट्रल पॉवर्स में शामिल हो गया था। सेंट्रल पॉवर्स का नाम देशों के स्थान से लिया गया था। सेंट्रल पॉवर्स को चौगुनी गठबंधन भी कहते है।
जानें लोकसभा और राज्यसभा क्या है व लोकसभा और राज्यसभा में क्या अंतर है
एक्सिस पॉवर्स -
- एक्सिस पॉवर्स वर्ल्ड वॉर 2 (1939- 1945) के टाइम पर एक्टिव थे।
- एक्सिस पॉवर्स में नाजी जर्मनी, फासीवादी इटली और इंपीरियल जापान शामिल थे
- एक्सिस कैंप का नेतृत्व जर्मन फ्यूहरर एडॉल्फ हिटलर, इतालवी तानाशाह बेनिटो मुसोलिनी और जापानी शोवा सम्राट हिरोहितो ने किया था।
- सम्राट हिरोहितो के नेतृत्व में इंपीरियल जापान को छोड़कर एक्सिस पॉवर्स ज्यादातर तानाशाही थे
- एक्सिस पॉवर्स को अपने पड़ोसियों की कीमत पर क्षेत्रीय विस्तार से प्रेरित किया गया था।
- 1941 में एक्सिस की वार टाइम जीडीपी 911 अरब डॉलर थी।
सेंट्रल पॉवर्स-
- सेंट्रल पॉवर्स पूरे वर्ल्ड वॉर 1 के दौरान सक्रिय थीं। 1918 में इसकी हार के बाद इसे भंग कर दिया गया था।
- सेंट्रल पॉवर्स में इंपीरियल जर्मनी, ऑस्ट्रो-हंगेरियन साम्राज्य, तुर्क साम्राज्य और बुल्गारिया आदि शामिल थे।
- सेंट्रल पॉवर्स का नेतृत्व ऑस्ट्रो-हंगेरियन साम्राज्य के राजा फ्रांज-जोसेफ, जर्मनी के सम्राट विल्हेम, तुर्क साम्राज्य के सुल्तान मेहमेद वी और बुल्गारिया के ज़ार फर्डिनेंड वी ने किया था।
- सेंट्रल पॉवर्स में साम्राज्यवादी एजेंडे को ध्यान में रखते हुए सभी राजशाही थीं।