करियर स्ट्रीम चुनना किसी व्यक्ति के जीवन के सबसे बेहद महत्वपूर्ण कार्यों में से एक होता है. किसी व्यक्ति के लिए करियर स्ट्रीम चुनना उसके भविष्य की व्यक्तिगत यात्रा को दिशा देने का पहला कदम है. जो उसके जीवन को आगे चलकर परिभाषित करता है और उसके संजोए हुए उन लाखों सपनों की तरफ उसका सोचा समझा हुआ महत्वपूर्ण कदम है. विज्ञान के छात्रों के लिए प्रचुर करियर विकल्प मौजूद हैं. विज्ञान की तीन धाराओं, भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के अध्ययन से आगे चलकर एक उम्मीदवार के लिए अंतरिक्ष और परमाणु कणों के अध्ययन से लेकर रेत और मिट्टी के अध्ययन तक के अवसरों की एक पूरी की पूरी नई दुनिया खुलती है. वे दिन गए जब विज्ञान के छात्रों के लिए डॉक्टर या इंजीनियर बनना ही एकमात्र करियर विकल्प था. आज भी, आम बोलचाल में, साइंस ग्रेजुएट्स का मतलब केवल पारंपरिक जॉब्स की बात हीं होती है. साइंस ग्रेजुएट्स के क्षेत्र में नए युग के व्यवसायों को अक्सर छायांकित किया जाता है या आर्थिक रूप से अविश्वसनीय माना जाता है. इस प्रकार, बड़ी संख्या में साइंस के विद्यार्थियों को पागल चूहे की दौड़ में धकेल दिया जाता है. यदि आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और विशेषज्ञ मार्गदर्शन की तलाश कर रहे हैं, तो आप हमारे जनरल अवेयरनेस ई बुक डाउनलोड कर सकते हैं
FREE GK EBook- Download Now.
जब 10+2 के बाद अकादमिक डिग्री पर विचार करने की बात आती है, तो बी.एससी. या बैचलर ऑफ साइंस आपके द्वारा चुने जा सकने वाले सर्वोत्तम करियर विकल्पों में से एक है. यह उन उम्मीदवारों के बीच एक बहुत लोकप्रिय विकल्प है जो विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अपना करियर बनाना चाहते हैं. भारत में, पाठ्यक्रम की अवधि आमतौर पर तीन साल के लिए होती है. 10+2 में विज्ञान पृष्ठभूमि वाला कोई भी व्यक्ति बीएससी की डिग्री हासिल कर सकता है.
बीएससी डिग्री के बारे में सबसे अच्छी चीजों में से एक यह है कि बीएससी के बाद करियर के बहुत सारे विकल्प हैं. साइंस के विषयों में ग्रेजुएट स्टूडेंट के लिए कई क्षेत्रों में नौकरी के कई अवसर होते हैं. इन विषयों की आगे और पढ़ाई करके वे कॉलेज में प्रोफ़ेसर बन सकते हैं या फिर सरकार के कई विभागों और प्राइवेट कंपनियों में भी अच्छे पदों पर नौकरी ले सकते हैं.
बीएससी करने के बाद स्टूडेंट्स सीधे अपनी पसंद के विषय में एमएससी कर सकते हैं. जो स्टूडेंट्स रिसर्च और डॉक्टरेट लेवल की स्टडी करना चाहते हैं, उनके लिए एमएससी रोज़गार के नये अवसर मुहैया करवायेगी. इसके अलावा, बीएससी स्टूडेंट्स मैनेजमेंट के क्षेत्र में अपने करियर को प्रमोट करने के लिए विभिन्न एमबीए प्रोग्राम्स में से अपनी पसंद का कोई कोर्स कर सकते हैं. आजकल, एमबीए कोर्सेज हॉस्पिटल मैनेजमेंट, आईटी मैनेजमेंट और लेबोरेटरी मैनेजमेंट में स्पेशलाइजेशन के साथ ऑफर किये जा रहे हैं और ये साइंस ग्रेजुएट्स के लिए एक बेहतरीन कोर्स मोड्यूल साबित हो रहे हैं. इसके अलावा, बीएससी स्टूडेंट्स चाहे तो बीएड करके टीचिंग प्रोफेशन को भी अपना सकते हैं. मैथ्स विषय सहित साइंस ग्रेजुएट्स आईटी फील्ड में अपने करियर को प्रमोट करने के लिए कंप्यूटर एप्लीकेशन में मास्टर डिग्री कर सकते हैं. एक साइंस ग्रेजुएट्स स्टूडेंट के लिए एक अन्य बहुत बढ़िया कैरियर ऑप्शन कंप्यूटर साइंस, एनीमेशन और कंप्यूटर लैंग्वेजेज में डिप्लोमा कोर्स करना है. ये न केवल शॉर्ट-टर्म कोर्सेज हैं बल्कि कोर्सेज को करने के बाद आपको काफी अच्छे सैलरी पैकेज भी मिलते हैं.
अपने परीक्षा की तैयारी को परखें हमारे फ्री मॉक टेस्ट से
यहां इस मसले से निपटने के लिए हम यहाँ कुछ तरीके पेश कर रहे हैं-
जो कैंडिडेट्स एजुकेशन के क्षेत्र में काम करना चाहते हैं, वे बीएड (बैचलर ऑफ़ एजुकेशन) प्रोग्राम चुन सकते हैं. यह प्रोग्राम स्टूडेंट्स को टीचिंग कार्य में ट्रेंड करने के लिए तैयार किया गया है. यह प्रोग्राम केवल थ्योरेटिकल ट्रेनिंग पर ही फोकस नहीं करता है बल्कि, स्टूडेंट्स की टीचिंग स्किल्स का विकास करने के लिए प्रैक्टिकल ट्रेनिंग पर भी काफी जोर देता है. ग्रेजुएशन के बाद बीएड की डिग्री प्राप्त करने के बाद आप किसी भी सरकारी स्कूल में टीचर बन सकते हैं. आजकल, सरकारी स्कूलों में किसी टीचर की जॉब प्राप्त करने के लिए आपको टेट (टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट) भी जरुर पास करना होता है.
आपके लिए एक अन्य अच्छा ऑप्शन डिप्लोमा प्रोग्राम है. ये डिप्लोमा प्रोग्राम्स ऐसे शॉर्ट-टर्म प्रोग्राम्स होते हैं जो विभिन्न फ़ील्ड्स में प्रोफेशनल ट्रेनिंग देते हैं ताकि स्टूडेंट्स भावी जॉब्स के लिए तैयार हो सकें. स्टूडेंट्स अपने इंटरेस्ट के अनुसार एक्टिंग, एनीमेशन, फिल्म-मेकिंग, कंप्यूटर टेक्नोलॉजी, पेंटिंग और ऐसी किसी अन्य फील्ड में डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं.
ग्रेजुएशन के बाद एमबीए की डिग्री प्राप्त करना आजकल सबसे बढ़िया ऑप्शन बन गया है और आप भी एमबीए की डिग्री प्राप्त कर सकते हैं. इसके लिए आप किसी एमबीए कॉलेज को ज्वाइन करने का फैसला करें. आज हमने इस मुद्दे पर विज्ञान के छात्रों के लिए दस रोमांचक और अपरंपरागत करियर विकल्पों को सूचीबद्ध किया है. यह आपको, आपके निर्णय लेने में मदद करेगा.
साइंस ग्रेजुएट के लिए दस जॉब आप्शन -
बीएससी ग्रेजुएट्स के लिए जॉब के काफी ज्यादा अवसर मौजूद हैं. साइंस ग्रेजुएट्स अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त करने के बाद 1. एजुकेशन इंस्टिट्यूट्स,2. स्पेस रिसर्च इंस्टिट्यूट्स, 3.हॉस्पिटल्स, 4.हेल्थ सर्विस प्रोवाइडर्स, 5.केमिकल इंडस्ट्रीज, 6.टेस्टिंग इंस्टिट्यूट्स, 7.जियोलाजिकल सर्वे इंस्टिट्यूट्स और अन्य कई इंस्टिट्यूट्स में जॉब प्राप्त कर सकते हैं. उक्त टेक्निकल फ़ील्ड्स के अलावा, साइंस ग्रेजुएट्स मार्केटिंग, और अन्य कई रिसर्च फ़ील्ड्स में भी काम कर सकते हैं. साइंस ग्रेजुएट्स 8.मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव, 9.कंसलटेंट, 10. जूनियर क्लिनिकल रिसर्च इंजीनियर, टीचर्स और अन्य कई संबद्ध पोस्ट्स पर काम कर सकते हैं. लीक से हटकर अपने मनचाहे कार्यक्षेत्र में आप एक शानदार करियर और भविष्य की ओर बढ़ सकते हैं.
UPTET Child Development and Pedagogy Free E Book- Download Now
UPTET Free Hindi E Book- Download Now
इसके अलावा 10 पारंपरिक कैरियर ऑप्शन में-
1. एयरफोर्स,
2. बैक क्लर्क,
3.फारेस्ट डिपार्टमेंट सर्विसेस,
4.डिफेन्स सेक्टर,
5.रेलवे जॉब्स,
6.एएसओ ऑफिसर,
7.पब्लिक सर्विस कमीशन,
8.फ़ूड कॉरपोरेशन,
9.आरबीआई में ग्रेड बी ऑफिसर,
10. प्रोफ़ेसर
ग्रेजुएशन के बाद जब अपने लिए सही करियर चुनना हो तो किसी भी स्टूडेंट्स/ छात्र के लिए कंफ्यूज हो जाना बहुत स्वाभाविक बात है. आजकल, स्टूडेंट्स ढेरों करियर ऑप्शन्स में से अपने लिए एक उपयुक्त/सही करियर चुन सकते हैं और यही वह कारण है कि उन्हें अपने लिए एक उपयुक्त करियर चुनने में काफी मुश्किल होती है. यह वह समय होता है जब वे अपने पैशन और स्किल सेट्स में तालमेल कायम करने के लिए संघर्ष करते हैं. चिंता न करें! हम आपको उपयुक्त गाइडेंस और ऐसी सहायता प्रदान करेंगे जिसकी आप अपनी ग्रेजुएशन पूरी होने के बाद तलाश कर रहे हैं.
आप अपनी एकेडेमिक लाइफ में काफी आगे बढ़ चुके हैं और अब, यह बिलकुल सही समय है कि आप अपने लिए उपयुक्त करियर चुनने का निर्णय लें क्योंकि इससे ही वास्तव में आपके शानदार प्रोफेशनल फ्यूचर का रास्ता खुलेगा. यह सब इतना आसान नहीं है, जितना प्रतीत होता है. आजकल, जॉब मार्केट कई गुणा तेज़ी से बढ़ रहा है और बहुत-सी ऑफ़-बीट जॉब्स काफी लोकप्रिय हो रही हैं. इसलिये, अब यह जरुरी नहीं रहा है कि कोई बीकॉम या बीटेक ग्रेजुएट क्रमशः एमबीए या सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग को ही केवल अपने करियर ऑप्शन्स के तौर पर चुनने के लिए बाध्य हो जाए. जबकि उसका पैशन, एप्टीट्यूड और स्किल्स किसी अन्य कार्यक्षेत्र से सम्बन्धित हो. इसलिये, अब यह बहुत आवश्यक हो गया है कि आप ग्रेजुएशन करने के बाद अपने पैशन, एप्टीट्यूड और स्किल सेट को समझें और अपने लिए कैरियर आप्शन चुनें. आप करियर काउंसलर्स से सलाह ले सकते हैं या फिर, अपने मनचाहे कार्यक्षेत्र में इंटर्नशिप कर सकते हैं ताकि आपको अपने पैशन और संभावनाओं के बारे में बखूबी पता चल सके.
ग्रेजुएशन के बाद सूटेबल करियर ऑप्शन चुनते समय गौर करने लायक हैं कुछ पॉइंट्स-
हां! यह सच है. जब अपने लिए सही करियर ऑप्शन चुनने का समय आता है तो किसी भी छात्र के मन में कई सारी दुविधाएं पैदा हो जाती है. कई प्रश्न जैसेकि,“क्या मुझे अमुक या अमुक डिग्री से कोई जॉब मिल जायेगी?” स्टूडेंट्स के मन में काफी डाऊट्स पैदा कर देते हैं.
जानें एक्सिस और सेंट्रल पॉवर्स क्या है व इनमें क्या अंतर हैं
जानें प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक इतिहास के बीच क्या है अंतर
नरम दल और गरम दल क्या है? डालें इतिहास के पन्नों पर एक नजर
डिग्री या जॉब के बीच चुनें सूटेबल ऑप्शन-
किसी ऐसी स्थिति में, जब आप यह सोचें कि आपके पास अच्छी जॉब प्राप्त करने के लिए उचित क्वालिफिकेशन नहीं है, तब आपको यह समझने की कोशिश करनी चाहिए कि आपके करियर में तरक्की के लिए आपकी ग्रेजुएशन की डिग्री हीं कैसे मदद कर सकती है. अब, उक्त मसले पर अच्छी तरह गौर करने के बाद, आप अपने स्किल्स बढ़ाने के लिए कोई प्रोफेशनल सर्टिफिकेट कोर्स जरुर करें. एक ऐसी दुनिया में, जहां पर संभावनायें लगातार बदलती रहती हैं, आप कोई डिग्री प्राप्त करने पर लंबे समय तक जॉब मार्केट में सरवाइव कर सकते हैं. इसलिये, खुद को अपडेट करते रहें और लेटेस्ट मार्केट ट्रेंड्स की अच्छी जानकारी रखें. आप अपने करियर को प्रमोट करने के नये-नये स्किल्स सीखते रहें.