उत्तर प्रदेश के युवा यूपी पुलिस में कांस्टेबल बनने के लिए पिछले कई महीनों से यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती का इंतजार कर रहे हैं यहां तक अभ्यर्थियों ने इस भर्ती के लिए परीक्षा और शारीरिक दक्षता परीक्षा की तैयारी भी शुरू कर दी है।
मगर यूपी पुलिस भर्ती और प्रमोशन बोर्ड ने अभी तक यूपी पुलिस कांस्टेबल के पदों पर होने वाली भर्ती के लिए नोटिस जारी नहीं किया है जिस वजह से छात्रों के बीच मायूसी का माहौल बना हुआ है। कॉन्स्टेबल भर्ती के लिए आखिरी नोटिस आयोग ने अपनी ऑफिशल वेबसाइट पर जनवरी महीने में जारी किया था जिसके मुताबिक उत्तर प्रदेश में इस साल 26210 कांस्टेबल के पदों को भरने के लिए भर्ती आयोजित करवाई जाएगी और लेटेस्ट जानकारी के अनुसार कॉन्स्टेबल भर्ती के लिए टेंडर प्रक्रिया अप्रैल महीने में ही पूरी करवा ली गई है। यूपी पुलिस कांस्टेबल के पदों पर होने वाली भर्ती में तकरीबन 20 लाख के करीब अभ्यार्थी अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं जिसकी उम्मीद उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती और प्रमोशन बोर्ड ने भी जताई है। तो चलिए जानते हैं यूपी पुलिस कांस्टेबल पद पर होने वाली भर्ती में किस प्रकार अभ्यार्थियों के अंक समान होने पर किया जाएगा मूल्यांकन। यदि आप उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं और विशेष मार्गदर्शन की तलाश में है तो आप हमारे
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अंक समान होने पर किस तरह होगा कॉन्स्टेबल भर्ती में मूल्यांकन
यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती यूपी में आखिरी बार वर्ष 2018 में आयोजित करवाई गई थी, जिस समय आयोग ने भर्ती के लिए नोटिफिकेशन में सभी प्रकार की जानकारी दी थी। कॉन्स्टेबल भर्ती में सबसे पहले लिखित परीक्षा आयोजित करवाई जाएगी।
जिसके बाद छात्रों को लिखित परीक्षा की कट ऑफ के आधार पर शारीरिक दक्षता परीक्षा के लिए शॉर्टलिस्ट किया जाता है। अक्सर आवेदकों की संख्या लाखों में होने के कारण परीक्षा में कई अभ्यर्थी ऐसे होते हैं जिनके अंक एक दूसरे के सामान्य होते हैं। ऐसी परिस्थिति पैदा होने पर उत्तर प्रदेश सरकार और उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड के नियमों के अनुसार छात्रों को वरीयता दी जाती है। चलिए जानते हैं कि नियमों के तहत दी जाएगी वरीयता-
- अंक समान होने पर जिन अभ्यर्थियों के पास होमगार्ड विभाग में कार्य का 2 साल का एक्सपीरियंस होगा या एनसीसी बी सर्टिफिकेट होगा पर छात्रों को बाकी छात्रों के मुकाबले वरीयता दी जाएगी।
- दूसरे नियम के तहत अगर दोबारा अभ्यर्थियों के अंक सामान्य होते हैं तो उस अभ्यर्थी को वरीयता दी जाएगी जिसकी आयु ज्यादा होगी।
- पहले 2 नियमों के बाद भी अगर छात्रों के बीच टाइम होता है तो तीसरा नियम उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड द्वारा अपनाया जाएगा जिसके तहत अभ्यार्थी के दसवीं के सर्टिफिकेट में दिए गए नाम के अनुसार अंग्रेजी के पहले अक्षर के आधार पर वरीयता दी जाएगी।
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