भारतीय न्यायपालिका का परिचय
[Introduction to Indian Judiciary]
सर्वोच्च न्यायालय
- भारत की न्यायिक व्यस्था इकहरी और एकीकृत है, जिसके सर्वोच्च शिखर पर भारत का उच्चतम न्यायालय है। उच्चतम न्यायालय दिल्ली में स्थित है।
- उच्चतम न्यायालय में एक मुख्य न्यायाधीश तथा 30 अन्य न्यायाधीश होते है।
- उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश बनने के लिए न्यूनतम आयु सीमा निर्धारित नहीं की गई है। एक बार नियुक्ति होने के बाद इनके अवकाश ग्रहण करने की आयु सीमा 65 वर्ष है।
- उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को एक लाख रुपए प्रति माह तथा अन्य न्यायाधीशों को 90 हजार रुपए प्रतिमाह वेतन मिलता है।
उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश के लिए योग्यताएं
- वह भारत का नागरिक हो।
- वह किसी उच्च न्यायालय अथवा दो या दो से अधिक न्यायालयों में लगातार 5 वर्षों तक न्यायाधीशों के रूप में कार्य कर चुका हो।
- या, किसी उच्च न्यायालय या न्यायालयों में लगातार 10 वर्षों तक अधिवक्ता रह चुका हो।
- या राष्ट्रपति की दृष्टि में उच्च कोटि का ज्ञाता हो।
उच्च न्यायालय
- संविधान के अनुसार प्रत्येक राज्य के लिए एक उच्च न्यायालय होगा (अनुच्छेद 214) , लेकिन संसद विधि द्वारा दो या दो से अधिक राज्यों और किसी संघ राज्य क्षेत्र के लिए एक ही उच्च न्यायालय स्थापित कर सकता है ( अनुच्छेद 331)
- वर्तमान में निम्न के लिए एक उच्च न्यायालय हैं :
- पंजाब एवं हरियाणा, असम, नागालैंड, मेघालय, मणिपुर, त्रिपुरा, मिजोरम
- अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा, दादरा, और नागर हवेली और दमन तथा द्वीप।
- पश्चिम बंगाल, अंडमान निकोबार द्वीप समूह आदि के लिए एक ही उच्च न्यायालय है।
- वर्तमान में भारत में 24 उच्च न्यायालय हैं।
- केंद्र शासित प्रदेशों में केवल दिल्ली में उच्च न्यायालय है।
- गुवाहाटी उच्च न्यायालय में न्यायधीशों की संख्या सबसे 3 एवं इलाहाबाद उच्च न्यायालय में न्यायधीशों की संख्या 58 है।