मार्केटिंग रिसर्च विधि के 4 मापदण्ड
सामान्य तौर पर मार्केटिंग रिसर्च विधि के 4 मेथड होते हैं - सर्वे, इंटरव्यू, कस्टमर ऑब्जरवेशन तथा फोकस ग्रुप. आप चाहें तो इनमें से केवल एक या फिर एक से अधिक तरीकों पर भी रिसर्च कर सकते हैं. आइए जानते हैं इन सभी मेथड्स के बारे में -
1. सर्वेक्षण, बिज़नेस की इंडस्ट्री को समझने की कोशिश
आप जिस बिज़नेस को करने जा रहे हैं पहले उसकी इंडस्ट्री को समझना जरूरी है. इसके लिए आपको सबसे पहले इंडस्ट्री का ट्रेंड, इंडस्ट्री की मार्केट वैल्यू, इंडस्ट्री में पिछले 5 सालों का बदलाव और कंपीटिशन आदि को देखना चाहिए. बिज़नेस की इंडस्ट्री को समझने के लिए पीओएस पर ऑनलाइन प्रश्नावली या ऑन-स्क्रीन सर्वे के माध्यम से रिसर्चर्स प्रतिक्रियाएँ और डेटा एकत्र करते हैं. इन सर्वेक्षणों में क्लोज-एंडेड और ओपन-एंडेड प्रश्न होते हैं. यह एक लोकप्रिय और सबसे व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली मार्केटिंग रिसर्च की विधि है.
2. इंटरव्यू
आमने-सामने या व्यक्तिगत साक्षात्कार (personal interviews) मार्केटिंग रिसर्च की विधि का एक पारंपरिक तरीका है. प्रतिक्रियाएं या रिस्पोंस एकत्रित करने का यह एक धीमा और थोड़ा ज्यादा मँहगा तरीका है. मार्केटिंग रिसर्च करने वाले रिसर्चर्स बड़े पैमाने पर प्रतिक्रियाएँ एकत्र करने के लिए इस पद्धति को ज्यादा पसंद नहीं करते हैं. इंटरव्यू व्यक्तिगत साक्षात्कार के रूप में या फिर टेलीफोन पर भी आयोजित किए जाते हैं.
3. फोकस ग्रुप्स
फ़ोकस ग्रुप्स या ऑनलाइन फ़ोकस ग्रुप्स में कई उत्तरदाता शामिल होते हैं जो किसी विशेष विषय पर चर्चा में भाग लेते हैं. एक रिसर्चर अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए फोकस समूह आयोजित करता है. फोकस समूह का मुख्य उद्देश्य किसी विशेष विषय पर रुचि के मुताबिक विभिन्न लोगों के बीच संवाद आयोजित करना है. इंटरव्यू के विपरीत, फोकस ग्रुप्स के सदस्यों को एक दूसरे के साथ बातचीत करने और एक दूसरे को प्रभावित करने की अनुमति रहती है.
4. कस्टमर ऑब्जरवेशन
हालाँकि कस्टमर ऑब्जरवेशन एक लोकप्रिय मेथड नहीं है तथा यह व्यापक रूप से इस्तेमाल नहीं किया जाता है तथापि यह विधि एक सबसे सहज प्रतिक्रिया देने वाली विधि है. ग्राहक, प्रोडक्ट या सेवा के साथ कैसे जुड़ते हैं, इस बारे में जानकारी एकत्र करने के लिए आर्गेनाइजेशन्स, रिसर्च कस्टमर ऑब्जरवेशन सत्र का आयोजन करती हैं. अपने उत्पादों और सेवाओं को बेहतर बनाने के इच्छुक रिसर्चर के लिए लोगों के व्यवहार संबंधी दृष्टिकोण से प्रतिक्रिया मिलना एक प्रभावशाली युक्ति होता है.चाहे कोई भी बिज़नेस हो ग्राहक सबसे ज्यादा मायने रखते हैं. अतः इसके लिए आपको सबसे पहले अपने ग्राहक को ढूंढना होगा. यह जानना होगा कि आपके बिज़नेस के लिए किस तरह के ग्राहक सही हैं, वे कहाँ मिलेंगे, वे क्या पसन्द कर सकते हैं क्या नहीं इस प्रकार की सारी बातें आपको देखनी होंगी.
निष्कर्ष
इस प्रकार आर्गेनाइजेशन्स, मार्केटिंग रिसर्च के उपरोक्त अलग अलग विधियों का प्रयोग करके अपने बिजनस के अंदर कुछ गोल्स सेट करते हैं ताकि उनको एक अनुकूल रास्ता मिल सके कि आखिर आपको जाना कहाँ है.Digital Marketing Jobs Abroad डिजिटल मार्केटिग के क्षेत्र में विदेश में नौकरियों की है भरमार
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