चीन के नकली सूरज के सामने , असली सूर्य पड़ा फीका

Safalta Expert Published by: Blog Safalta Updated Wed, 05 Jan 2022 06:33 PM IST

Free Demo Classes

Register here for Free Demo Classes

Please fill the name
Please enter only 10 digit mobile number
Please select course
Please fill the email
Something went wrong!
Download App & Start Learning
चीन का "कृत्रिम सूरज" अपने नवीनतम प्रयोग में 20 मिनट तक के लिए चला।इस दौरान उसका तापमान 70 मिलियन डिग्री तक चला गया। यानी वह असली सूरज से पांच गुना अधिक गर्म हो गया।

आपको बता दु की कुछ महीने पहले चीन ने तकनीकी क्षेत्र में एक बड़ी कामयाबी हासिल करने का दावा किया था। इस नई तकनीक के सफल परीक्षण के साथ ही चीन ने एक नया इतिहास भी रच दिया है। हम सब जानते हैं जिस सूर्य से हमें रौशनी मिलती है वह कितना गरम है लेकिन चीन ने एक ऐसा कृत्रिम सूर्य तैयार किया है जो असली सूर्य के मुकाबले 5 गुना गरम है।

Current Affairs Ebook Free PDF: डाउनलोड करे

20 मिनट तक चला कृत्रिम सूर्य
  चीन द्वारा बनाया गया ये कृत्रिम सूरज अपने नवीनतम प्रयोग में 20 मिनट तक के लिए चला। 70 मिलियन डिग्री तापमान पर चलने वाला ये नकली सूर्य असली सूरज से पांच गुना अधिक गर्म हो गया। वैज्ञानिकों उम्मीद कर रहे हैं कि परमाणु संलयन की शक्ति का उपयोग इस मशीन के लिए सहायक साबित होगा। ये ईंधन के रूप में हाइड्रोजन और ड्यूटेरियम गैसों का उपयोग करता है। यह चीनी द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया। ईएएसटी का उपयोग 2006 से दुनिया भर के वैज्ञानिकों को फ्यूजन से संबंधित प्रयोग करने में किया गया है। चीनी विज्ञान अकादमी के प्लाज़्मा भौतिकी संस्थान के एक शोधकर्ता गोंग जियानज़ू ने सिन्हुआ को बताया। "हालिया ऑपरेशन एक संलयन रिएक्टर चलाने की दिशा में एक ठोस वैज्ञानिक और प्रयोगात्मक नींव रखता है।" गोंग पूर्वी प्रांत अनहुई में हेफ़ेई भौतिक विज्ञान संस्थान में स्थित ईएएसटी में नवीनतम प्रयोग के प्रभारी थे।

Read more Daily Current Affairs- Click Here

10 हजार वैज्ञानिक कर रहे काम

10,000 से अधिक चीनी और विदेशी वैज्ञानिक शोधकर्ताओं ने "कृत्रिम सूर्य" को बनाने के लिए बहुत म्हणत की है। हाइड्रोजन आइसोटोप को प्लाज्मा में उबालने, उन्हें एक साथ फ्यूज करने और पावर छोड़ने के लिए EAST अत्यधिक उच्च तापमान का इस्तेमाल किया है। बता दें कि चीन पहले ही इस प्रोजेक्ट  पर करीब 701 मिलियन पाउंड खर्च कर चुका है। रिपोर्ट्स के मुताबिक हेफ़ेई इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल साइंस के डिप्टी डायरेक्टर सोंग यूंताओ ने कहा कि उन्हें 2040 तक इससे बिजली पैदा करने की उम्मीद है। उन्होंने कहा: "अब से पांच साल बाद, हम अपना फ्यूजन रिएक्टर बनाना शुरू कर देंगे, जिसको बनाने में  और 10 साल लगेंगे। बनने के बाद हम बिजली जनरेटर का निर्माण करेंगे और लगभग 2040 तक बिजली पैदा करना शुरू कर देंगे।

डेली करंट अफेयर 2021 (Daily Current Affairs 2021): 4 जनवरी

Free Demo Classes

Register here for Free Demo Classes

Trending Courses

Professional Certification Programme in Digital Marketing (Batch-11)
Professional Certification Programme in Digital Marketing (Batch-11)

Now at just ₹ 49999 ₹ 9999950% off

Advanced Certification in Digital Marketing Online Programme (Batch-29)
Advanced Certification in Digital Marketing Online Programme (Batch-29)

Now at just ₹ 24999 ₹ 3599931% off

Advanced Certification in Digital Marketing Classroom Programme (Batch-3)
Advanced Certification in Digital Marketing Classroom Programme (Batch-3)

Now at just ₹ 29999 ₹ 9999970% off

Basic Digital Marketing Course (Batch-24): 50 Hours Live+ Recorded Classes!
Basic Digital Marketing Course (Batch-24): 50 Hours Live+ Recorded Classes!

Now at just ₹ 1499 ₹ 999985% off