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पीएम मोदी दक्षिण भारत दौरे के दौरान इन परियोजनाओं का करेंगे शुभारंभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दक्षिण भारत के 4 राज्यों की 2 दिवसीय यात्रा प्रारंभ कर दी है, इसमें कर्नाटक, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना जैसे 4 राज्य शामिल है, जिसका प्रधानमंत्री 11 से 12 नवंबर तक दौरा करेंगे।
इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25,000 करोड़ रुपए से अधिक के प्रोजेक्ट का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे।
LVM-3 Feature, रॉकेट एलवीएम-3 हुआ और भी ज्यादा ताकतवर, जाने इसके फिचर के बारे में
भारत के सबसे भारी रॉकेट लॉन्च व्हीकल मार्ग 3 (lvm 3) की अंतरिक्ष में उपग्रह व उपकरण प्रक्षेपित करने की क्षमता को 450 किलो तक बढ़ाई गई है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो ने इसके क्रायोजेनिक इंजन सीई20 का फ्रेश टेस्टिंग सफल किया था। यह इंजन भारत में ही बनाया गया है। इसरो ने यह बताया है कि पहली बार थ्रर्स्ट लेवल को बढ़ाकर 21.8 टन पर हॉट टेस्ट किया गया है। हॉट टेस्ट का अर्थ है इंजन के संचालन से जुड़े सभी पैरामीटर का हंड्रेड परसेंट टेस्टिंग, जिसमें इंजन की रियल कैपेसिटी नापी जाती है। टेस्टिंग के दौरान इंजन ने पहले 40 सेकंड तक करीब 20 टन थ्रर्स्ट लेवल पर काम किया है। इसके बाद इसे थ्रस्ट कंट्रोल वाल्व टीसीवी की मदद से 21.8 टन तक पहुंचाया गया है। टेस्टिंग में इंजन और उसके प्रदर्शन सामान्य पाए गए हैं। इसरो के मुताबिक एलवीएम 3 की उपग्रहों को अंतरिक्ष में पहुंचाने की क्षमता बढ़ाने में इस टेस्ट से मदद मिलेगी। यह वृद्धि 450 किलो तक हो सकती है। इसके साथ ही एक्स्ट्रा प्रोपेलेंट भी लोड किया जाएगा।
यूजीसी ने पीएचडी ने एडमिशन को लेकर क्या बदलाव किए हैं
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यूजीसी ने पीएचडी में प्रवेश लेने के लिए दाखिला नियमों को रिवाइज्ड किया है। दाखिला नियमों में यह संशोधन इसलिए किया गया है ताकी 4 साल अंडर ग्रैजुएट डिग्री होल्डर जो कम से कम 7.5 सीजीपीए हैं उन्हें पीएचडी प्रोग्राम आधिकारिक तौर पर ज्वाइन करवाई जा सके। इसके अलावा प्रोफेशनल भी पार्ट टाइम डिग्री रिसर्च कोर्स इस संशोधन के माध्यम से कर सकें। इसके अलावा यूजीसी ने नेट और जेआरएफ क्वालीफाई के लिए 60 परसेंट सीट आरक्षित करने के फैसले को लेकर प्रस्ताव को रोक दिया है। इस संशोधन के बारे में यूजीसी के चेयरमैन ने यह कहा है कि आरक्षण को लेकर हितधारियों के सुझाव को ध्यान में रखकर विचार नहीं किया जाएगा।
World Kindness Day, विश्व दयालुता दिवस का इतिहास और महत्व क्या हैं
हर साल 13 नवंबर को वर्ल्ड काइनेस डे यानी विश्व दयालुता दिवस मनाया जाता है। विश्व दयालुता दिवस सकारात्मक शक्ति और दया की डोर पर हो रहे समाज में अच्छे कार्यों को उजागर करने के लिए लोगों को प्रेरित एवं प्रोत्साहित करता है। दया मानव परिस्थितियों का मूलभूत हिस्सा है जो नस्ल, धर्म, राजनीति, लिंग, ऊंच-नीच, अमीर - गरीब की भावनाओं से परे है। विश्व दयालुता दिवस का थीम साल 2021 में विश्व हम बनाते हैं दयालुता को प्रेरित करते हैं रखा गया था। विश्व दयालुता दिवस की शुरुआत साल 1998 में वर्ल्ड का काइंडनेस मूवमेंट संगठन के द्वारा शुरू की गई थी, इसकी स्थापना 1997 के टोक्यो सम्मेलन में दुनियाभर के काइंडनेस ऑर्गनाइजेशन द्वारा की गई थी। साल 2019 में इस ऑर्गेनाइजेशन को इस कानून के तहत एक ऑफिशियल एनजीओ के रूप में रजिस्टर भी किया गया था। इसके साथ वर्ल्ड में 8 से अधिक देश शामिल हैं, जिनका अन्य किसी भी धर्म या राजनैतिक आंदोलन से संबंध नहीं है।