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Daily Top Current Affairs: अगर आप भी किसी प्रकार के प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो आपके लिए यह लेख बहुत ही महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
इसमें हम आज आपके लिए लाए हैं राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर के करंट अफेयर।
आपके प्रतियोगी परीक्षा के लिए लाभदायक हो सकता है।
इस लेख का एक मात्र उद्देश्य यह है कि इस लेख से ज्यादा से ज्यादा प्रतियोगी परीक्षा के लिए तैयारी कर रहे छात्रों की सहायता करना है।
आज के प्रमुख करंट अफेयर के विषय में पढ़ने के लिए नीचे स्क्रोल कीजिए।
संयुक्त राष्ट्र द्वारा अंतर्राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस हर साल 13 अक्टूबर को मनाया जाता है।
Source: safalta
यह आपदा के जोखिम के प्रति जागरूकता और आपदा में कमी की वैश्विक संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया जाता है और दुनिया भर के समस्त लोगों और समुदाय को आपदा के प्रति जोखिम को कम करने के लिए और कैसे इसे जोखिम से छुटकारा पाने या जोखिम का सामना कैसे करना है इसके महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए यह दिन मनाया जाता है।
यह दिन सबसे पहले साल 1989 को 13 अक्टूबर को संयुक्त राष्ट्र में अंतर्राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस के रूप में मनाने के लिए घोषित किया था, ताकि दुनिया भर में आपदा के जोखिम को कम किया जा सके और इससे कैसे निपटना है इस समस्या का समाधान के बारे में जन जागरूकता को बढ़ावा देना है। साल 2021 में अंतर्राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस का थीम विकासशील देशों के लिए उनके आपदा जोखिम और आपदा नुकसान को कम करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग रखा गया था।
हर साल दिनांक 13 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय दृष्टि दिवस मनाया जाता है, दुनिया भर में सभी आयु वर्ग के लोग लगभग एक अरब के पास की नजर या तो दूर की दृष्टि कमजोर होती है या फिर अंधेपन जैसे गंभीर दृष्टि रोग से ग्रसित होते हैं।
पूरी दुनिया में अकेला भारत ही एक ऐसा देश है जहां पर 20% से अधिक नेत्रहीन आबादी है. हर साल अक्टूबर के दूसरे गुरुवार को विश्व दृष्टि दिवस यानी वर्ल्ड साइट डे मनाया जाता है।
यह एक अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम है जो अंधेपन और दृष्टिहीन व्यक्ति के विषय में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है।
इस साल यह दिन 13 अक्टूबर को मनाया जाने वाला है, आइए जानते हैं इस दिन की थी और इतिहास एवं महत्व के बारे में-
नवीन पटनायक भारत के सुप्रसिद्ध राजनीतिज्ञ एवं उड़ीसा राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री हैं।
साल 2014 में उड़ीसा विधानसभा चुनाव में बीजू जनता दल को शानदार जीत के साथ नवीन पटनायक ने 21 मई 2014 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की थी।
नवीन पटनायक का जन्म उड़ीसा के कटक में 16 अक्टूबर 1946 को हुआ था।
इनके पिता उड़ीसा के पूर्व मुख्यमंत्री बीजू पटनायक और मां का नाम ज्ञान पटनायक था।
नवीन पटनायक की शिक्षा दून विद्यालय में हुई थी और बाद में इन्होंने किरोड़ीमल कॉलेज दिल्ली से बैचलर ऑफ आर्ट में ग्रेजुएशन किया था।
नवीन पटनायक एक लेखक भी हैं और उन्होंने अपने युवा अवस्था में राजनीति से दूर थे।
साल 1997 में नवीन पटनायक के पिता के निधन होने के बाद उन्हें राजनीतिक में कदम रखा और एक साल बाद ही अपने पिता बीजू पटनायक के नाम पर बीजू जनता दल के नाम से एक पार्टी की स्थापना की।
बीजू जनता दल के बाद विधानसभा चुनाव में जीत अपने नाम की और भाजपा के साथ सरकार बनाएं।
जिसमें ये स्वयं मुख्यमंत्री बने थे।
अपने कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई लड़ी और समर्थन नीतियां अपने ही तरीके से आरंभ की थी और राज्य ममें उन्होंने नौकरशाही को ठीक से मैनेजमेंट कर राज्य के डेवलपमेंट के अपने पिता के सपने को आधार बनाया।
ऐसे ही इन्होंने उड़ीसा में अपनी लोकप्रिय छवि हासिल की और लगातार चार बार पूर्ण बहुमत के साथ मुख्यमंत्री बने रहे।
नवीन पटनायक के नाम उड़ीसा के इतिहास में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री बनने वाले के नाम पर दर्ज है और वे अभी भी अविवाहित हैं।