देश के पहले
चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य सैन्य अफसरों-कर्मियों की तमिलनाडु के नीलगिरी जिले के कुन्नूर क्षेत्र में 8 नवंबर 2021 को हेलीकॉप्टर हादसे में मृत्यु हो गई ।
जनरल बिपिन रावत 8 नवंबर 2021 को
तमिलनाडु के वेलिंग्टन स्थित सैन्य स्टाफ कॉलेज के एक समारोह में हिस्सा लेने जा रहे थे।
वह सेना के विशेष विमान से दिल्ली से कोयंबटूर के पास स्थित सुलूर आर्मी बेस पहुंचे थे।
सुलूर बेस से वह वायुसेना के एमआइ-17 वी5 हेलीकॉप्टर से वेलिंगटन स्थित सैन्य स्टाफ कॉलेज जा रहे थे।
लगभग 12:20 बजे हेलीकॉप्टर नीलगिरी जिले के कुन्नूर क्षेत्र के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
उनके साथ इस हेलीकॉप्टर में उनकी पत्नी मधुलिका, ब्रिगेडियर एल एस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह , उनके पांच सुरक्षाकर्मी और चालक दल के पांच सदस्य बैठे थे।
हेलीकॉप्टर दुर्घटना में एकमात्र जीवित बचे गंभीर रूप से घायल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का तमिलनाडु में वेलिंगटन स्थित सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है।
उल्लेखनीय है कि 1999 में कारगिल युद्ध के बाद बनी समिति के सुझाव पर लगभग 21 साल के बाद सीडीएस के पद का सृजन किया गया था।
1 जनवरी 2020 को जनरल बिपिन रावत ने सीडीएस के रूप में अपना पदभार संभाला और वह देश के पहले सीडीएस बने।
सेना के संगठन पुनर्गठन और तकनीक से लैस करने के हिमायती जनरल बिपिन रावत ने वर्ष 2015 में म्यांमार में सैन्य ऑपरेशन, 2016 में पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 में बालाकोट एयर स्ट्राइक में अहम भूमिका निभाई थी।
जनरल बिपिन रावत ने तीनों सेना के मध्य समन्वय और सामंजस्य बढ़ाने के उद्देश्य से एकीकृत थिएटर कमान की नींव भी रखी थी।
उन्होंने पूर्वोत्तर राज्यों में उग्रवाद को नियंत्रित करने और जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को समाप्त करने ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
साहसिक और सटीक फैसला के पर्याय जनरल बिपिन रावत 18 दिसंबर 1978 को 11 गोरखा राइफल्स से जुड़े और उनकी पहली नियुक्ति मिजोरम में हुई थी।
महत्वपूर्ण तथ्य
- जनरल बिपिन रावत का जन्म 16 मार्च 1958 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में हुआ था।
- उनके पिता एल एस रावत लेफ्टिनेंट जनरल के पद से रिटायर हुए थे।
- उन्होंने भारतीय सैन्य अकादमी से स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी।
- जनरल जनरल बिपिन रावत ने अमेरिका के कमांड एवं जनरल स्टाफ कॉलेज में भी अध्ययन किया।
- वर्ष 2011 में रावत ने चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी से मिलिट्री मीडिया स्टडीज में पीएचडी की डिग्री हासिल की।
- भारतीय सैन्य अकादमी में सैन्य प्रशिक्षण के दौरान उन्हें अपने बैच का सर्वोच्च सम्मान स्वोर्ड आफ ऑनर से सम्मानित किया गया।
- 16 दिसंबर 1978 को सेकंड लेफ्टिनेंट के रूप में देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी से पास आउट हुए।
- उन्हें 11वीं गोरखा राइफल्स की पांचवी बटालियन में कमीशन के लिए चयनित किया गया ।
- कर्नल के रूप में वह अरुणाचल प्रदेश में 11 गोरखा राइफल्स की पांचवी बटालियन के कमांडर रहे।
- उन्होंने 1 सितंबर 2016 को सेना के उप प्रमुख का पद संभाला था।
- 31 दिसंबर 2016 को वह पदोन्नत होकर सेना प्रमुख बने।
- वर्ष 2019 में सेवानिवृत्त होने के बाद 1 जनवरी 2020 को उन्हें चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बनाया गया।
- 8 नवंबर 2021 को हेलीकॉप्टर दुर्घटना में उनका असामयिक निधन हो गया।
महत्वपूर्ण अभियान
- वर्ष 2015 म्यांमार में सैन्य ऑपरेशन
- वर्ष 2016 में पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक
- वर्ष 2019 में पाकिस्तान के बालाकोट एयर स्ट्राइक
महत्वपूर्ण सम्मान
- परम विशिष्ट सेवा मेडल
- उत्तम युद्ध सेवा मेडल
- अति विशिष्ट सेवा मेडल
- विशिष्ट सेवा मेडल
- युद्ध सेवा मेडल
- सेना मेडल