Booker Prize: पहली बार हिंदी को मिला बुकर प्राइज, जाने किन को मिला है बुकर प्राइज

Safalta Experts Published by: Nikesh Kumar Updated Sat, 28 May 2022 12:02 AM IST

Source: amarujala

वरिष्ठ राइटर गीतांजलि श्री का अनुवादित हिंदी नोवल, 'टॉम्ब ऑफ सैंड', के लिए अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है, इतिहास में पहली बार यह खिताब हिंदी भाषा में लिखी गई नोवल को दिया गया है।  मूल रूप से हिंदी में रिट समाधि के रूप में प्रकाशित, पुस्तक का अंग्रेजी में अनुवाद डेज़ी रॉकवेल द्वारा किया गया था। गुरुवार को लंदन में हुए इस समारोह में दिल्ली की रहने वाली गीतांजलि श्री को यह पुरस्कार दिया गया और साथ ही 50000 ब्रिटिश पाउंड से भी सम्मानित किया गया है। गीतांजलि श्री द्वारा लिखा गया यह नोवल दुनिया के उन 13 किताबों में शामिल है जिन्हें अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार की लिस्ट में शामिल किया गया था। यह किताब भारतीय भाषा में यह अवार्ड जीतने वाली पहली किताब है लेकिन इससे पहले इंग्लिश भाषा में कई भारतीयों ने यह खिताब जीत रखा है।
मूल रूप से गीतांजलि श्री यूपी के मैनपुरी की रहने वाली है लेकिन वह अभी दिल्ली में रहती है।  FREE GK EBook- Download Now. / GK Capsule Free pdf - Download here
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बुकर प्राइज जीतने के बाद गीतांजलि ने क्या कहा

 

गीतांजलि श्री ने अपने स्वीकृति भाषण में कहा, "मैंने कभी बुकर का सपना नहीं देखा था, मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं कर सकती हूं। कितनी बड़ी पहचान है, मैं चकित, प्रसन्न, सम्मानित और विनम्र हूं।"

क्या है बुकर प्राइज

1969 में, बुकर मैककोनेल लिमिटेड द्वारा इस पुरस्कार को प्रायोजित करना शुरू करने के बाद, फिक्शन के लिए बुकर पुरस्कार का गठन किया गया था। बाद में, 2002 में, प्रशासन को मैन ग्रुप द्वारा प्रायोजित बुकर पुरस्कार फाउंडेशन में स्थानांतरित कर दिया गया, जिसने पुरस्कार शीर्षक में "बुकर" को बरकरार रखा। 2002 तक बुकर प्राइज जीतने वाले लेखक को इनाम के तौर पर 21000 ब्रिटिश पाउंड दिए जाते थे लेकिन 2002 के बाद इस इनाम की राशि को बढ़ाकर 50000 ब्रिटिश पाउंड कर दिया गया था।

भारत से किन लोगो ने जीता है अभी तक बुकर प्राइज

  • वी.एस. नायपॉल, इन ए फ्री स्टेट (1971)
  • सलमान रुश्दी, मिडनाइट्स चिल्ड्रन (1981)
  • अरुंधति रॉय, द गॉड ऑफ़ स्मॉल थिंग्स (1997)
  • किरण देसाई, द इनहेरिटेंस ऑफ़ लॉस (2006)
  • अरविंद अडिगा, द व्हाइट टाइगर (2008)