इस लेख से जुड़े मुख्य बिंदु
1.वन ओशन समिट (One Ocean Summit) का आयोजन फ्रांस के राष्ट्रपति के नेतृत्व में किया गया था।2.राष्ट्रीय अधिकार क्षेत्र से परे समुद्री जैविक विविधता के संरक्षण और सतत उपयोग के लिए नई अंतर्राष्ट्रीय कानूनी रूप से बाध्यकारी संधि पर “चौथे अंतर सरकारी सम्मेलन” के लिए मार्च 2022 में न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में दुनिया भर के भाषणकर्ता इकट्ठे होंगे।
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राष्ट्रीय अधिकार क्षेत्र से परे जैव विविधता संधि क्या है?
राष्ट्रीय अधिकार क्षेत्र से परे जैव विविधता (Biodiversity beyond national jurisdiction BBNJ)संधि को उच्च समुद्र की संधि (“Treaty of the High Seas”) के रूप में भी जाना जाता है। यह राष्ट्रीय अधिकार क्षेत्र से परे क्षेत्रों की समुद्री बायो डाइवर्सिटी के संरक्षण और सतत उपयोग पर एक अंतर्राष्ट्रीय समझौता है। इस पर फिलहाल संयुक्त राष्ट्र में बातचीत चल रही है। यह नई संधि समुद्र के कानून पर संयुक्त सम्मेलन (United Convention on the Law of the Sea – UNCLOS) के ढांचे के भीतर विकसित किया जा रहा है, जो समुद्र में मानव गतिविधियों को नियंत्रित करने वाला एक महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय समझौता है। उच्च महत्वाकांक्षा गठबंधन उन पार्टियों को इकट्ठा करता है जो संयुक्त राष्ट्र के तहत उच्च समुद्र की संधि पर चल रही वार्ता के महत्वाकांक्षी परिणाम लेने के लिए सुपुर्द हैं।राष्ट्रीय अधिकार क्षेत्र से परे जैव विविधता संधि का महत्व क्या है
राष्ट्रीय अधिकार क्षेत्र से परे जैव विविधता संधि समुद्र शासन में कमियों को भरने और कमजोरियों को दूर करने का अवसर देती है। यह समुद्रों पर सीमा पार प्रदूषण को संबोधित करने और प्रबंधित करने के लिए सार्थक कार्रवाई करने का अवसर भी देती है।Source: social media
उच्च महत्वाकांक्षा गठबंधन ने यह घोषणा समुद्र पर बढ़ते दबाव के साथ उच्च समुद्रों पर बायो डाइवर्सिटी की रक्षा के लिए एक अच्छा अवसर है।इसमें कौन से देश शामिल हुए हैं?
11 फरवरी तक भारत, कोलंबिया ऑस्ट्रेलिया, चिली, कनाडा, कोमोरोस, , कोलंबिया, मोनाको, मिस्र, टोगो, पेरू, नॉर्वे, कांगो गणराज्य, स्विट्जरलैंड, सिंगापुर, मोरक्को यूके और इयू और इसके 27 सदस्य देश इस समझौता में शामिल हो गए हैं।राष्ट्रीय अधिकार क्षेत्र से बाहर के क्षेत्र कौन से हैं?
राष्ट्रीय अधिकार क्षेत्र से बाहर के क्षेत्रों में समुद्र का 95% हिस्सा है। यह क्षेत्र मानवता को अमूल्य आर्थिक, पारिस्थितिक, सांस्कृतिक, सामाजिक, वैज्ञानिक और खाद्य-सुरक्षा लाभ प्रदान करता है।राष्ट्रीय अधिकार क्षेत्र से परे जैव विविधता संधि का कारण क्या है?
राष्ट्रीय अधिकार क्षेत्र से बाहर के क्षेत्र अब बढ़ते खतरों, अतिदोहन, प्रदूषण और Climate change के प्रभावों के प्रति संवेदनशील हैं। भोजन, जैव प्रौद्योगिकी या खनिजों के लिए समुद्री संसाधनों की बढ़ती मांग से इस समस्या के और बढ़ने का खतरा है।
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