Source: सोशल मीडिया
यह एक तरह की सुपर सोनिक एंटीशिप मिसाइल है इसके साथ ही इसमें एक हल्के वजन वाला टारपीडो भी लगा हुआ है जिसे पेलोड की तरह इस्तेमाल किया जाता है। दोनों मिलकर इसे सुपर सोनिक एंटी सबमरीन मिसाइल बना देते हैं। इस प्रणाली में मिसाइल की विशेषताओं के साथ साथ पनडुब्बी को नष्ट करने की क्षमता भी है । इस मिसाइल की मारक क्षमता 650 किलोमीटर होगी। उल्लेखनीय है कि इतनी अधिक लंबी दूरी की मारक क्षमता वाली मिसाइल प्रणाली भारतीय नौसेना को विश्व की खतरनाक नौसेनाओं की सूची में और ऊपर पहुंचा देगी। हालांकि भारत के पास पहले से ही वरूणास्त्र नामक पनडुब्बी रोधी टारपीडो है जो जीपीएस की मदद से अपने लक्ष्य लक्ष्य को भेद सकता है ।महत्वपूर्ण तथ्य
- रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय और रक्षा अनुसंधान विभाग के अंतर्गत एक प्राथमिक एजेंसी है जो सैन्य अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में कार्य करती है।
- स्थापना - 1958
- मुख्यालय - नई दिल्ली
- चेयरमैन - डॉ. जी. सतीश रेड्डी