Initial public offering IPO:भारतीय जीवन बीमा निगम LIC जल्द ही अपना IPO लाने की तैयारी कर रहा है।
जब एक Company अपने सामान्य स्टॉक या शेयर पहली बार जनता के लिए जारी करती हैं तो उसे “IPO – Initial Public Offering” अथवा “प्रथम जन प्रस्ताव” कहा जाता हैं।
General Knowledge Ebook Free PDF: डाउनलोड करें
प्रथम जन प्रस्ताव क्यों लिया जाता है?
यह ज्यादातर छोटी और नई कंपनियों द्वारा जारी किया जाता हैं ताकि वो अपने बिजनस को आगे बढ़ाने के लिए पूँजी जुटा सके। ये प्रथम जन प्रस्ताव कंपनी उस वक्त भी जारी कर सकती हैं जब उसके पास धन की कमी हो और वह बाजार से कर्ज लेने के बजाय प्रथम जन प्रस्ताव से पैसा जुटाना ज्यादा बेहतर समझती हो।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड और प्रथम जन प्रस्ताव दोनों में क्या अंतर है?
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड या सेबी – भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड आईपीओ लाने वाली कंपनियों के लिए एक सरकारी नियामक हैं. यह IPO लाने वाली कंपनी से नियमों का कड़ाई से पालन करवाती हैं जिसकी वजह से कम्पनी हर तरह की जानकारी सेबी को देने के लिए बाध्य होते हैं। सेबी दी गयी जानकारियों और कम्पनी की जाँच करवाती हैं ताकि निवेशको के हितो की रक्षा हो सके। सेबी के नियम सख्त होने की वजह से ही निवेशक आईपीओ में पैसा लगाते है।
Source: Safalta
निवेशको के हितों की रक्षा के लिए समय-समय पर इसके नियम बदलते रहते हैं।
इस लेख के मुख्य पॉइंट
प्रथम जन प्रस्ताव लाने से पहले किसी भी कंपनी को सेबी की मंज़ूरी लेने के लिए एक दस्तावेज जमा करना पड़ता है। जिसे ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस कहा जाता है। हाल ही में एलआईसी ने सेबी के पास अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस जमा कर दिया है। इस प्रथम जन प्रस्ताव के माध्यम से LIC की 5% हिस्सेदारी बेची जाएगी। माना जा रहा है कि इस प्रथम जन प्रस्ताव के माध्यम से LIC 70,000 करोड़ से एक लाख करोड़ रुपये जुटाने का प्रयास करेगी। जो की भारत के इतिहास का सबसे बड़ा IPO होगा।
भारतीय जीवन बीमा निगम LIC
यह भारत सरकार के स्वामित्व वाली एक बीमा कंपनी है।
इसकी स्थापना 1 सितम्बर, 1956 को की गई थी।
इसका मुख्यालय मुंबई में है।
वर्तमान में भारतीय जीवन बीमा निगम एम.आर. कुमार के चेयरमैन हैं।
Current Affairs Ebook Free PDF: डाउनलोड करे