Atmanirbhar Bharat Abhiyan: जानिए आत्मनिर्भर भारत योजना के बारे में और कैसे बनेगा भारत आत्मनिर्भर

Safalta Experts Published by: Kanchan Pathak Updated Wed, 04 May 2022 11:17 AM IST

Source: Safalta

बीते 12 मई, 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन के दौरान भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 20 लाख करोड़ रूपए के आत्मनिर्भर भारत अभियान पैकेज की घोषणा की थी. लोगों से 'वोकल बाय लोकल' होने का आग्रह करते हुए तब प्रधानमंत्री ने कहा था कि इस विशेष आर्थिक पैकेज का उद्देश्य मजदूरों, किसानों, टैक्स देने वाले मेहनती मध्यम वर्गीय भारतीय करदाताओं और छोटे बड़े उद्योगों समेत उन सभी लोगों को राहत प्रदान करना है जो दिन रात मेहनत करते हैं और भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं. अगर आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और विशेषज्ञ मार्गदर्शन की तलाश कर रहे हैं, तो आप हमारे जनरल अवेयरनेस ई बुक डाउनलोड कर सकते हैं  FREE GK EBook- Download Now.
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आत्मनिर्भर भारत अभियान का यह विशेष आर्थिक पैक लैंड (भूमि), लेबर (श्रम), लिक्विडिटी (तरलता) और लॉ (कानूनों) पर केंद्रित होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह पैकेज "आत्मनिर्भर भारत" का मार्ग प्रशस्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. अपने संबोधन के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को आत्मनिर्भर बनने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला और कहा कि इससे एक समृद्ध भारत की एक समृद्ध दुनिया का निर्माण होगा. प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि कैसे भारत के प्रयासों की हर तरफ प्रशंसा की जा रही है और दुनिया भर में इसे मान्यता दी जा रही है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में प्रतिभा की कमी नहीं है. भारत बेहतरीन उत्पाद बनाता है और यह आत्मनिर्भर भारत बनने के लिए एक स्ट्रोंग सप्लाई चेन होगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आज एक ऐसे बिंदु पर खड़ा है जहां उसे अन्य देशों और दुनिया से मिलने वाली चुनौतियों का सामना करते हुए आत्मनिर्भर बनने की दिशा में सफल होना है.
 
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क्यों लांच किया गया आत्मनिर्भर भारत अभियान -

कोरोना महामारी की वजह से लगाए गए लॉकडाउन के कारण देश आर्थिक संकट में आ गया. ऐसे में देश को आर्थिक संकट से बाहर निकालने के लिए सरकार द्वारा आत्मनिर्भर भारत अभियान का आरंभ किया गया. यह अभियान 3 फेजों में चलाया गया.

कुल बज़ट, 5 मिनी बजट के बराबर -

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को आत्मनिर्भरता प्राप्त करने में मदद करने के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक राहत पैकेज की घोषणा की. आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत सरकार के द्वारा एवं रिजर्व बैंक के द्वारा कुल 27.1 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया गया है. जैसा कि हम सब जानते हैं कि 1 फरवरी 2021 को देश की वित्त मंत्री श्रीमति निर्मला सीतारमण के द्वारा आम बजट की घोषणा के समय आत्मनिर्भर भारत अभियान को लेकर कुछ खास बातें बताई गई. इस क्रम में उन्होंने कहा कि वित्त मन्त्रालय  द्वारा की गई घोषणाओं और आरबीआई के फैसलों के साथ-साथ मौजूदा पैकेज की राशि कुल 20 लाख करोड़ रुपये है.

वित्त मंत्री श्रीमति सीतारमण ने यह भी बताया कि आत्मनिर्भर भारत अभियान पिछले वर्ष कोरोना वायरस संक्रमण के चलते अर्थव्यवस्था को बल प्रदान करने के लिए आरंभ किया गया था. यह राशि देश की जीडीपी की 13% है. वित्त मंत्री श्रीमति सीतारमण जी के द्वारा यह भी बताया गया है कि पिछले वर्ष आत्मनिर्भर भारत अभियान के 3 पैकेज लांच किए गए थे जो अपने आप में ही 5 मिनी बजट के बराबर थे.

''आत्मनिर्भर भारत अभियान की तीन कड़ियाँ -

सर्वप्रथम ''आत्मनिर्भर भारत अभियान 1'' की सफलता के बाद भारत सरकार द्वारा ''आत्मनिर्भर भारत अभियान 2'' और ''आत्मनिर्भर भारत अभियान 3'' लॉन्च किया गया.
 
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कैसे होगा आत्मानिर्भर भारत का निर्माण -

'वोकल बाय लोकल' यानि स्थानीय या स्वदेशी के लिए मुखर बनें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आत्मानिर्भर भारत बनाने का जो सबसे कारगर तरीका है वह यह है कि स्थानीय उत्पादों और ब्रांडों को खरीदा और बढ़ावा दिया जाय. यानि 'वोकल बाय लोकल' होना होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात की विवेचना की, कि आज जो ब्रांड वैश्विक रूप से मौजूद हैं जो इंटरनेशनल ग्लोबल ब्राण्ड बन चुके हैं कभी वे भी स्थानीय हीं रहे होंगे लेकिन जब लोगों ने उनका समर्थन करना, उन्हें बढ़ावा देना शुरू किया, तो वे ग्लोबल ब्राण्ड हो गए.

आत्मनिर्भरता के 5 स्तंभ -

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुसार, भारत की आत्मनिर्भरता में 5 स्तंभ शामिल होंगे -
1. इन्फ्रास्ट्रक्चर जो आधुनिक भारत का प्रतीक बनेगा.
2. इकोनॉमी या अर्थव्यवस्था, जो न केवल इन्क्रीमेंटल परिवर्तन बल्कि एक क्वांटम जम्प भी सामने लाएगी.
3. प्रणाली जो टेक्नोलॉजी से संचालित होगी और पिछली शताब्दी की नीतियों यानि पालिसी पर आधारित नहीं होगी.
4. जनसांख्यिकी जो हमारी ताकत है, आत्मनिर्भर भारत के लिए ऊर्जा के स्रोत के रूप में काम करेगी.
5. भारत की डिमांड और सप्लाई का चक्र अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा और अपनी पूरी क्षमता का दोहन करने की शक्ति भी प्रदान करेगा.
 
योजना का नाम बज़ट किसने लांच की उद्देश्य
1 ) आत्मनिर्भर भारत अभियान 1   11,02,650 करोड़ रुपए भारत सरकार देश की आर्थिक स्थिति में सुधार
2 ) आत्मनिर्भर भारत अभियान 2 73,000 करोड़ रुपए भारत सरकार देश की आर्थिक स्थिति में सुधार
3 ) अर्जुन निर्मल भारत अभियान 3.0 2,65,080 करोड़ रुपए भारत सरकार देश की आर्थिक स्थिति में सुधार
 
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योजना से फायदा -

आत्मनिर्भर भारत अभियान आर्थिक पैकेज से उन प्रवासी मजदूरों और किसानों की कठिनाईयां कम हो सकेंगी जिन्हें कोरोनो वायरस महामारी के कारण लगाए गए लॉकडाउन के दौरान सबसे अधिक नुकसान हुआ है. आत्मनिर्भर भारत अभियान से मध्यम वर्ग को भी राहत की उम्मीद है जो समय पर अपने करों का भुगतान करते हैं. कुटीर उद्योगों, लघु उद्योगों और एमएसएमई सहित गृह उद्योगों को विकसित करने में भी मदद हो सकती है जिससे करोड़ों लोगों को आजीविका मिल जाती है.

आत्मनिर्भर भारत अभियान फेज़ 3 -

अब तक आत्मनिर्भर भारत की 2 फेस लॉन्च हो चुकी है. सरकार द्वारा अब आत्मनिर्भर भारत अभियान की तीसरी फेस भी लांच की गई है. जिसके माध्यम से देश की इकोनॉमी आगे बढ़ने की उम्मीद की जा सकती है. आत्मनिर्भर भारत अभियान 3. के अंतर्गत नौकरी से लेकर व्यवसाय तक सभी क्षेत्रों को कवर किया गया है. आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत बुनियादी ढांचे को मजबूत करना, किसानों की आय को दोगुना करना, सुशासन, युवाओं के लिए जॉब, महिला सशक्तिकरण और अन्य विकास से सम्बन्धित विषयों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
 

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निष्कर्ष -
प्रधान मंत्री ने कहा कि आत्मानिर्भर भारत अभियान पैकेज डिमांड और सप्लाई श्रृंखला और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर समेत भारतीय अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र में जान फूँकने में  करने में मदद करेगा. यह पैकेज भारतीय अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार का मार्ग तैयार करेगा, और इन्डियन इकोनॉमी इसके बदले में, भारत को आत्मनिर्भर बनाने में एक प्रमुख भूमिका निभाएगा.