Source: social media
इसके साथ ही आर्थिक सुधार करते हुए कोरोना के बाद विश्वभर में अर्थव्यवस्था कि बदलते स्थिति के बीच भारत की अर्थव्यवस्था को सश्क्त और मजबूत बनाने की जिम्मेदारी होगी। यदि आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं तो आप सफलता की एक्सपर्ट फैकेल्टी द्वारा बनाए गए जर्नल अवेयरनेस ई बुक की सहायता ले सकते हैं- Download Free GK E-Book
कौन हैं वी.अनंत नागेश्वरन जिन्होंने देश के मुख्य आर्थिक सलाहकार का कार्यभार संभाला?
भारत के वित्त मंत्रालय के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार वी.अनंत नागेश्वरन ने आईआईएम अहमदाबाद से मैनेजमेंट में डिप्लोमा लिया है और अपनी डॉक्टरेट मैसाच्यूसेट यूनिवर्सिटी से पूरी की है।
ये एक लेखक, शिक्षक और सलाहकार के रूप में कार्य कर चुके हैं।
साथ ही वे भारत एवं सिंगापुर के बिजनेस स्कुलों के छात्रों को शिक्षित कर चुके हैं।
इनके लिखे गए आलेख और लेख कई बड़े प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में छपते रहे हैं।
आपको बता दें कि डॉ नागेश्वरन आईएफएमआर ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस स्कूल के डीन रह चुके हैं।
साथ ही ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अर्थशास्त्र एडवायजरी काउसिंल में 2019-2021 के बीच अस्थाई सदस्य भी रहे हैं।
प्रतियोगी परीक्षा के लिए मॉक टेस्ट का प्रयास करें- Click Here
इसके साथ ही के वी सुब्रमण्यम वापस शिक्षा क्षेत्र में लौटे
अक्टूबर साल 2021, में पूर्व सीईए के वी सुब्रमण्यम ने घोषणा किया था कि वो वित्त मंत्रालय में अपना तीन साल का कार्यकाल समाप्त करने के बाद वापस अपने शिक्षा के क्षेत्र में लौटेंगे।
सरकार ने दिसंबर 2018 में ISB हैदराबाद के प्रोफेसर सुब्रमण्यम को भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त किया था।
उनसे पहले अरविंद सुब्रमण्यम इस पद पर थे।
जिन्होने अपने विस्तारित कार्यकाल से करीब एक साल पहले ही CEA का पद छोड़ दिया था।
सुब्रमण्यम का तीन साल का कार्यकाल दिसंबर 2021 में समाप्त हो गया है।
जिसके बाद उन्होंने वापस पठन-पाठन के क्षेत्र में लौटने का फैसला किया है।Current Affairs Ebook Free PDF: डाउनलोड करे