‘Presidential Fleet Review’ : 21 फरवरी को, राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने विशाखापत्तनम में भारतीय नौसेना की 12वी फ्लीट रिव्यू किया, साल 2022 में विशाखापत्तनम दूसरी बार फ्लीट रिव्यू को अपने शहर में होस्ट कर रहा है। इस समारोह के दौरान राष्ट्रपति को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया, और कार्यक्रम के दौरान उनके साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत तीनों सेना के प्रमुख भी मौजूद थे। अब तक कुल 11 फ्लीट रिव्यू आयोजित किए जा चुके हैं।General Knowledge Ebook Free PDF: डाउनलोड करें पहला बेड़ा 1953 में राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद के अधीन संचालित किया गया था। 2001 और 2016 में दो समीक्षाएँ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित हुई थीं, जिसमें अन्य देशों के जहाजों ने भी भाग लिया।
फ्लीट रिव्यू के मुख्य बिंदु
- राष्ट्रपति कोविंद पूर्वी नौसेना कमान के तीन दिवसीय दौरे पर विशाखापत्तनम में हैं।
- विशाखापत्तनम दूसरी बार फ्लीट रिव्यू को होस्ट कर रहा है।
- इस साल देश में 12वें फ्लीट रिव्यू को चिह्नित किया गया।
- प्रेसिडेंट फ्लीट रिव्यू-2022 की थीम 'भारतीय नौसेना-राष्ट्र की सेवा में 75 साल' रखी गई है।
- यह भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर आजादी का अमृत महोत्सव के तौर पर आयोजित किया जा रहा है।
- फ्लीट रिव्यू देश को भारतीय नौसेना की तैयारियों, उच्च मनोबल और अनुशासन के समीक्षा करने और आश्वासन देने के लिए किया जाता है।
- राष्ट्रपति के समीक्षा के दौरान उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई।
- साल 2006 में पहली बार तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के कार्यकाल के दौरान फ्लीट रिव्यू किया गया था।
फ्लाई-पास्ट प्रदर्शन क्या है?
अधिकारियों ने बताया कि प्रेसिडेंट फ्लीट रिव्यू-2022 के तहत कोविंद युद्धपोतों सहित नौसेना के 2 फ्लीट और तटरक्षक बल, भारतीय नौवहन निगम तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के फ्लीट की रिव्यू किया गया, जिसमें 10,000 से अधिक कर्मियों द्वारा संचालित 63 जहाज और पनडुब्बियां शामिल हुईं। कार्यक्रम में Mikoyan MiG-29K, Boeing P-8i Neptune और HAL Dhruv Mk3 सहित 50 और अन्य विमानों ने fly past का प्रदर्शन किया।राष्ट्रपति के बेड़े की समीक्षा
भारतीय सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर होने के नाते, भारत के राष्ट्रपति फ्लीट रिव्यू में नौसेना की क्षमताओं का जायजा लेते हैं, और राष्ट्रपति ही फ्लीट रिव्यू की समीक्षा करते हैं। इस समारोह के दौरना राष्ट्रपति एक यॉट पर चढ़ते हैं, जिसे Presidential Yacht कहा जाता है और इसके बाद भारतीय नौसेना बेड़े की समीक्षा करते हैं। इस वर्ष, सभी नौसेना कमानों और अंडमान और निकोबार कमान के जहाजों को विशाखापत्तनम में समीक्षा के लिए नौसेना के बंदरगाहों में से एक पर डॉक किया गया था।Source: Safalta
इस अभ्यास के हिस्से के रूप में, राष्ट्रपति की नौका डॉक किये गये जहाजों के स्तंभों से आगे निकल गई। इस समीक्षा के दौरान राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी भी दी गई।Current Affairs Ebook Free PDF: डाउनलोड करे