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हाल ही में जम्मू-कश्मीर में दूनिया के सबसे बड़े इग्लू कैफे का उद्दघाटन किया गया है।
जिसका नाम स्नोग्लू (Snowglu) है।
इसे जम्मू-कश्मीर के रहने वाले सैयद वसीम शाह ने बनवाया है, शाह ने इसे दुनिया सबसे बड़ा इग्लू कैफे होने का दावा किया है ।
जैसा कि आप सब जानते हैं कि कश्मीर को यू हीं धरती का स्वर्ग नहीं कहा जाता, यहां के झील एवं घाटी में हर वो चीज है जो आपको स्वर्ग के समान सुख देती है।
चिनार के पेड़ों और बर्फ से ढके पहाड़ों के बीच, गुलमर्ग क्षेत्र में अब दुनिया का सबसे बड़ा इग्लू कैफे खुल गया है, जो यहां आने वाले पर्यटकों और यहां के रहने वाले लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है।
इग्लू कैफे से जुड़े मुख्य बिंदु
- यह कैफे कश्मीर के गुलमर्ग में बनाया गया है।
- कैफे की चौड़ाई 44.5 फीट और लंबाई 37.5 फीट है।
- अब यह इग्लू कैफे इस क्षेत्र के प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में से एक बन गया है।
- इस कैफे में दो खंड हैं। एक खंड कला और संस्कृति के लिए और दूसरा बैठने के लिए है।
- फिलहाल अभी इस कैफे में दस टेबल की व्यवस्था हैं।
Source: social media
जिसमें 40 लोग बैठ सकते हैं।
स्विट्ज़रलैंड के इग्लू कैफे से मिली प्रेरणा
भारत के इग्लू कैफे के पहले सबसे बड़ा कैफे स्विट्जरलैंड में था। स्विट्जरलैंड का कैफे 33.8 फीट लंबा और 42.4 फीट चौड़ा है।
आपको बता दें कि स्नोग्लू कैफे स्विट्जरलैंड के कैफे से 3-4 फीट लंबा है।
शाह ने बताया कि स्विट्जरलैंड के इग्लू कैफे से प्रेरणा लेकर ही मैने 64 दिन में इस कैफे को बनवाया है।
इग्लू क्या है
बर्फ से बनाये जाने वाले घर को इग्लू कहा जाता है।
बर्फ हवा के अणुओं को फंसा लेती है और ये हवा के अणु बर्फ के घर को गर्म रखते हैं। बाहर का तापमान भले ही -40 डिग्री सेल्सियस हो, लेकिन इग्लू के अंदर यह -7 डिग्री सेल्सियस हो सकता है।
यह बाहर के ज्यादा ठंडा तापमान के मुताबिक अंदर में गर्म रहता है।
बर्फिले स्थान में रहने वाले लोगों के अनुसार इग्लू निर्माण के लिए सबसे अच्छा बर्फ उसे माना जाता है जो हवा में उड़ सके, जिसका वजन ज्यादा भारी न हो।
कैफे में और क्या है खास
शाह ने बताया है कि हमने इसे दो चरणों में एक सीढ़ी के साथ बनाया है।
यहां एक बार में 40 लोग खाना खा सकते हैं। इग्लू निर्माण में शाह और उसके टीम पूरे 64 दिन लगे।
25 मजदूरों ने दिन रात दोनों सिफ्ट में काम करके इसे 64 दिन में बना कर तैयार किया है।
उन्होंने कहा कि इसकी चौड़ाई 5 फीट है और हमें उम्मीद है कि यह 15 मार्च तक खड़ा रहेगा।
इसके बाद गर्मियां आने पर इसे आमजन के लिए बंद कर दिया जाएगा।