स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने ट्वीट किया कि डीसीजीआई ने भारत में कोविड-19 रोधी टीके स्पुतनिक लाइट के एकल खुराक हेतु आपातकालीन उपयोग की अनुमति दी है। यह देश में अप्रूव होने वाला नौवां टीका है। उन्होंने कहा कि इस टीके से कोरोना वायरस के खिलाफ देश की सामूहिक लड़ाई को मजबूती मिलेगी।
इतने देशों में स्वीकार किया है
डॉ. रेड्डीज ने सीमित आपातकालीन उपयोग और बूस्टर खुराक टीकाकरण हेतु टीके की प्रभावशीलता एवं सुरक्षा से संबंधित आंकड़ों को पेश किया। कंपनी ने बताया कि स्पुतनिक लाइट टीका रूस एवं अर्जेंटीना सहित 29 देशों में स्वीकृत किया गया है।Source: Safalta
स्पुतनिक लाइट केवल 1 ही डोस बस कोविड के लिए प्रभावशाली होगा, बाकी वैक्सीन की तरह इसमें 2 डोस का आवश्यकता नहीं होगी।General Knowledge Ebook Free PDF: डाउनलोड करें
स्पुतनिक लाइट कोरोना वैक्सीन 9वीं वैक्सीन है
हैदराबाद स्थित डा. रेड्डीज लैबोरेटरीज ने कोरोना रोधी वैक्सीन स्पुतनिक-वी का भारत में क्लीनिकल परीक्षण और वितरण हेतु रसियन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट फंड (आरडीआइएफ) के साथ समझौता किया है। स्पुतनिक लाइट 9वीं कोरोना वैक्सीन बन गई है। इसे देश में आपात उपयोग को मंजूरी दी गई है।आठ वैक्सीन के इस्तेमाल को मंजूरी मिल गई है
अब तक जिन आठ वैक्सीन के इस्तेमाल को मंजूरी दी गई है वे सब 2 डोज वाली हैं। इसमें स्पुतनिक वी, कोविशील्ड, कोवैक्सीन, कोवोवैक्स, कोर्बेवैक्स, माडर्ना, जानसन एंड जानसन तथा जायडस कैडिला की जाय कोव डी आदि शामिल है।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने क्या कहा?
इस विषय पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि इस सिंगल डोज वाली वैक्सीन से महामारी के खिलाफ देश और विश्व की सामूहिक लड़ाई को और अधिक मजबूती मिलेगी। इससे पहले 05 फरवरी को डीसीजीआइ के सभी विशेषज्ञ समिति ने स्पुतनिक लाइट को आपात कालीन उपयोग की मंजूरी देने की सिफारिश की थी।यह वैक्सीन कैसे काम करता है?
रूस ने स्पूतनिक वी वैक्सीन के लाइट वर्जन को मंजूरी दे दी है। यह वैक्सीन सिंगल डोज में ही कोरोना वायरस के असर को समाप्त कर देगा। अभी तक जितनी भी वैक्सीन आई है इसके लिए वैक्सीन का 2 डोज लगाना जरूरी होता है।Current Affairs Ebook Free PDF: डाउनलोड करे