अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) को
संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा पर्यवेक्षक का दर्जा प्रदान किया गया है।
भारत और फ्रांस दोनों देशों ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के इस निर्णय को ऐतिहासिक बताते हुए कहा है कि इससे अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन और संयुक्त राष्ट्र महासभा के मध्य सहयोग में वृद्धि होगी और वैश्विक ऊर्जा वृद्धि और विकास को बढ़ावा मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन का गठन भारत और फ्रांस के प्रयासों से ही हुआ था।
अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन का गठन 30 नवंबर 2015 को फ्रांस की राजधानी पेरिस में किया गया था। अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन को पर्यवेक्षक का दर्जा दिए जाने के प्रस्ताव 76/123 को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा सर्वसम्मति से स्वीकार किया गया है।
ध्यातव्य है कि आईएसए पर्यावरण संरक्षण में योगदान देने वाली सभी सरकारों, संगठनों और उद्योगों के मध्य सहयोग और समन्वय के लिए एक मंच प्रदान करता है।
आईएसए का
मुख्यालय गुरुग्राम, हरियाणा, भारत में स्थित है ।
वर्तमान में 124 देश इसके सदस्य हैं।
महत्वपूर्ण तथ्य
- संयुक्त राष्ट्र महासभा संयुक्त राष्ट्र संघ के 6 अंगों में से एक महत्वपूर्ण अंग है।
- यह संयुक्त राष्ट्र संघ का सर्वांगीण अंग है जिसमें इसके सभी सदस्यों को समान प्रतिनिधित्व प्राप्त है।
- इसकी स्थापना वर्ष 1945 में की गई थी ।
- इसका मुख्यालय न्यूयॉर्क, संयुक्त राज्य अमेरिका स्थित है।
- वर्तमान में इसकी सदस्य संख्या 193 है।
- वर्तमान में इसके अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद हैं।