What is I2U2, जानिए क्या है I2U2 ?

Safalta Experts Published by: Kanchan Pathak Updated Sat, 16 Jul 2022 01:38 PM IST

Highlights

I2U2 कोई बहुत नया ग्रुप नहीं है बस इसका नाम चेंज हो गया है. अक्टूबर 2021 में वेस्ट एशिया क्वार्ड (west asia quad) का वर्चुअल समिट हुआ था. इसमें भारत के एक्सटर्नल अफेयर मिनिस्टर एस जयशंकर भी शामिल हुए थे. इसी का नाम अब बदल कर यूएस ने I2U2 कर दिया है.

Source: Safalta.com

14 जुलाई को आई2यू2 के सदस्य देशों इंडिया, इजराइल, यूएसए और यूएई के हेड्स की एक वर्चुअल मीटिंग हुयी. इस वर्चुअल बैठक की अध्यक्षता इजराइल के प्रधानमंत्री याइर लैपिड के द्वारा की गयी. भारत की तरफ से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इस बैठक में भाग लिया. इस मीटिंग में प्रमुख रूप से पानी, एनर्जी, ट्रांसपोर्टेशन, स्पेस, हेल्थ और फ़ूड सिक्यूरिटी आदि विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई. इस वर्चुअल बैठक में ये निर्णय लिया गया कि यूएई भारत में फ़ूड प्रोसेसिंग यूनिट (फ़ूड पार्क बनाने) लगाएगा तथा इस प्रक्रिया में वह 2 बिलियन डॉलर इन्वेस्ट करेगा. जाहिर है कि इतना अधिक इन्वेस्टमेंट आने पर भारत में इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास होगा. किसानों को उनकी फसलों के उचित दाम मिलेंगे और भारत की ओवरऑल इकॉनमी में बूस्ट देखने को मिलेगा. वर्चुअल मीटिंग में साल 2030 तक 500 गीगावाट अक्षय ऊर्जा बनाने के भारत के लक्ष्य की भी सराहना की गयी और यूएई द्वारा भारत के गुजरात में 300 मेगावाट क्षमता के हाइब्रिड एनर्जी स्त्रोतों यानि कि विंड एनर्जी (पवन ऊर्जा) और सोलर एनर्जी (सौर ऊर्जा) के लिए भी इन्वेस्टमेंट की बात कही गयी. यदि आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और विशेषज्ञ मार्गदर्शन की तलाश कर रहे हैं, तो आप हमारे जनरल अवेयरनेस ई बुक डाउनलोड कर सकते हैं  FREE GK EBook- Download Now.
July Month Current Affairs Magazine DOWNLOAD NOW 
GK Capsule Free pdf - Download here
 


पूरा मामला 

यूनाईटेड स्टेट्स ने कहा है कि वह जुलाई में महीने में एक वर्चुअल समिट होस्ट करेगा. जुलाई में महीने में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाईडेन (Joe Biden) मिडिल ईस्ट के दौरे पर जाने वाले हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति के इस दौरे में इजरायल, फिलिस्तीन तथा सऊदी अरब के दौरे शामिल होंगे. यह दौरा 13 जुलाई से 16 जुलाई के बीच किया जाएगा. इसी के बीच में एक वर्चुअल समिट भी कंडक्ट कराया जाएगा जिसे I2U2 कहा गया है. इस समिट में चारों देशों के लीडर यानि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाईडेन (Joe Biden), इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्तली बेंनेट (Naftali Bennet) तथा UAE के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नहयान(Mohammad Bin Zayad Al Nahyan) शामिल होंगे.
I2U2 कोई बहुत नया ग्रुप नहीं है बस इसका नाम चेंज हो गया है. अक्टूबर 2021 में वेस्ट एशिया क्वार्ड (west asia quad) का वर्चुअल समिट हुआ था. इसमें भारत के एक्सटर्नल अफेयर मिनिस्टर एस जयशंकर भी शामिल हुए थे. इसी का नाम अब बदल कर यूएस ने I2U2 कर दिया है. तब यह कहा गया था कि ये चारों देश एक दूसरे को किस तरह इन्फ्रास्ट्रक्चर, टेक्नोलॉजी, ट्रेड आदि क्षेत्रों में सपोर्ट कर सकते हैं.


What India said at the Quad Summit: जापान में 24 मई को हुए Quad सबमिट में किसने क्या कहा पढ़िए यहां


नया समीकरण नया नाम 

इस प्रकार इस नए समीकरण को आइ2यू2 (इंडिया-इजरायल और यूएई-यूएसए) का नाम दिया गया है. इन चारों देशों के प्रमुख लीडरों की पहली बैठक अगले महीने यानि जुलाई में होगी. I2U2 की इस बैठक में चारों देशों के बीच आर्थिक सहयोग के मुद्दे पर खास चर्चा होने की उम्मीद है. 


अमेरिका की नीति 

अमेरिका अब अपने गठबंधन को दुनिया भर में फिर से सक्रिय और पुनर्जीवित करना चाहता है और वह इस कोशिश में लगा भी हुआ है. इस शिखर सम्मेलन में जिन महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है उसमें यूक्रेन संघर्ष के बाद की स्थिति और विश्व खाद्य सुरक्षा पर विशेष वार्ता होने की सम्भावना जताई जा रही है. अमेरिकी राष्ट्रपति भवन की तरफ से कहा गया है कि राष्ट्रपति बाइडन (Joe Biden) भारत, इजरायल और यूएई के नेताओं से मिलने को लेकर काफी अधिक उत्सुक हैं.
 
सामान्य हिंदी ई-बुक -  फ्री  डाउनलोड करें  
पर्यावरण ई-बुक - फ्री  डाउनलोड करें  
खेल ई-बुक - फ्री  डाउनलोड करें  
साइंस ई-बुक -  फ्री  डाउनलोड करें  
अर्थव्यवस्था ई-बुक -  फ्री  डाउनलोड करें  
भारतीय इतिहास ई-बुक -  फ्री  डाउनलोड करें  


उपभोक्ता का बड़ा बाजार भारत 

जैसा कि अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा है कि, भारत एक विशाल उपभोक्ता बाजार है. इसके अलावा यह उच्च तकनीक और अत्यधिक मांग वाले सामानों का भी एक बड़ा उत्पादक देश है. नेड प्राइस ने यह भी कहा कि I2U2 के ये चारों देश तकनीक, व्यापार, जलवायु, कोरोना महामारी और सुरक्षा से संबंधित विषयों पर भी बात करेंगे और भविष्य में ये इन क्षेत्रों के लिए मिलकर काम कर सकते हैं.
संभावना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) सऊदी अरब से आयात किए जाने वाले कच्चे तेल की कीमत पर भी बातचीत करेंगे.