RPSC ( Rajasthan Public Service Commission )
राजस्थान लोक सेवा आयोग,अजमेर
- राजस्थान लोक सेवा आयोग समय-समय पर राज्य में राजपत्रित पदों की विभिन्न भर्तियों के संचालन का कार्य करता है।
- राजस्थान राज्य में विभिन्न सेवा और पदों के स्थानान्तरण, पदोंन्नति, मौद्रक लाभ से सम्बन्धित कार्यो को समय-समय पर करता है।
- राजस्थान लोक सेवा आयोग का प्रधान कार्यालय या मुख्यालय अजमेर जिलें में है
- शैक्षिणिक योग्यता में उम्मीदवारों के पास किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक या स्नातकोत्तर डिग्री होनी चाहिए।
- आयु सीमा न्यूनतम उम्र 21 वर्ष और अधिकतम उम्र 35 वर्ष होनी चाहिए। साथ ही राज्य में आरक्षित वर्ग के ओ.बी.सी. वर्ग को 3 वर्ष और SC/ST वर्ग को 5 वर्ष की छूट निर्धारित है।
- नोट- आयु में सीमा में अलग-अलग पद और सेवाओं के अनुसार बदलाव संभव है।
- राजस्थान में विभिन्न प्रशासनिक सेवाओं की जिम्मेदारियों में बिजली, सड़क, लोक व्यवस्था, न्याय व्यवस्था, आपूर्ति व्यवस्था, शिक्षा, कर, बाल और महिला कल्याण एवं एस.सी/एस.टी और पिछडा वर्ग कल्याण, पर्यटन, ग्रामीण विकास, परिवहन से सम्बन्धित कार्यों की जिम्मेदारियां होती है।
- राजस्थान में प्रशासनिक सेवा, पुलिस सेवा,लेखा सेवा, सहकारी सेवा, नियोजन कार्यालय सेवा, कारागार सेवा, उद्योग सेवा, बीमा सेवा, वाणिज्यिक कर सेवा, खाद्य एवं नागरिक रसद सेवा, पर्यटन सेवा, परिवहन सेवा, महिला एवं बाल विकास सेवा, ग्रामीण विकास, राज्य सेवा, महिला विकास सेवा, श्रम कल्याण सेवा पदों में बिजली, सड़क, लोक व्यवस्था, न्याय व्यवस्था, आपूर्ति व्यवस्था, शिक्षा, कर, बाल और महिला कल्याण एवं एस.सी/एस.टी और पिछडे वर्ग कल्याण से सम्बन्धित कल्याणकारी कार्य से सम्बन्धित जॉब प्रोफाइल होते है।
- जिलें में प्रत्येक स्थान पर बिजली की आपूर्ति को संचालित करना, सड़क को बनाना और मरम्मत करवाना, नागरिको को भय मुक्त और स्वतंत्र वातावरण देना, न्याय व्यवस्था को संचालित करना, शिक्षा संस्थानों में शिक्षा को सब तक पहुचांना और शिक्षा के स्तर को उठाना ताकि भावी पीढ़ियां अच्छी बने, जिले में कर का संग्रह करना, बाल और महिला कल्याण के कार्य सुचारु रुप से देखना तथा एस.सी/एस.टी और पिछडा वर्ग कल्याण,पर्यटन, परिवहन आदि से सम्बन्धित कार्यो को पूर्ण करना होता है।
सिविल सेवा में शामिल होने वाले छात्रों के लिए निम्नलिखित अर्हता निर्धारित की गयी हैं- 1. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (U.G.C) की धारा 1956, द्वारा मान्यता प्राप्त, किसी राज्य अथवा केंद्रीय विश्वविद्यालय, या डीम्ड विश्वविद्यालय द्वारा स्नातक अथवा समकक्ष की डिग्री। 2. एेसे छात्र जो स्नातक अथवा समकक्ष परीक्षा के परिणाम का इंतजार कर रहे हैं या अंतिम वर्ष में हैं, वो प्रारंभिक परीक्षा में बैठ सकते है। लेकिन मुख्य परीक्षा में शामिल होने के पूर्व उन्हें आवेदन पत्र के साथ न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता की डिग्री संलग्न करना आवश्यक है । 3. विशेष परिस्थिति में आयोग एेसे छात्रों को भी परीक्षा में बैठने की अनुमति दे सकता है जो निर्धारित योग्यता धारण नहीं करते हैं लेकिन आयोग की नजर में उनकी डिग्री न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता के समकक्ष है। 4. पेशेवर और तकनीकी योग्यता वाले छात्र भी इस परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। 5. एेसे अभ्यर्थी जो M.B.B.S के Final में हैं या जिनकी इंटर्नशिप अभी पूरी नहीं हुई है वो भी सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। लेकिन साक्षात्कार के दौरान उन्हें पूरी डिग्री साक्षात्कार बोर्ड के समक्ष रखनी पड़ती है ।
एग्जाम पैटर्न
राजस्थान लोक सेवा आयोग की परीक्षा के तीन चरण है-
- प्रारम्भिक परीक्षा (वस्तुनिष्ठ और बहुविकल्पीय)
- मुख्य परीक्षा (व्याख्यात्मक, लिखित)
- साक्षात्कार
जॉब अलर्ट और समाचार
+एग्जाम में सफल होने के लिए रणनीति, सुझाव और तरकीब
राजस्थान लोक सेवा आयोग के एग्जाम को 6 महीने में सफल करने की रणनीति, सुझाव और तरकीब
टिप्स एडं ट्रिक्स राजस्थान मे प्री...
पाठ्यक्रम
राजस्थान पी्.सी.एस की मुख्य परीक्षा के पाठयक्रम के 4 प्रश्नपत्र होते है
समान्य ज्ञान एवं सामान्य अध्ययन
राजस्थान का इतिहास, कला, संस्कृति, साहित्य, परम्परा एवं विरासत
. राजस्थान के इतिहास की महत्त्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाएं प्रमुख राजवंश, उनकी प्रशासनिक व
राजस्व व्यवस्था। सामाजिक-सांस्कृतिक मुद्दे,
. स्वतंत्रता आन्दोलन, जनजागरण व राजनीतिक एकीकरण
. स्थापत्य कला की प्रमुख विशेषताएं- किले एवं स्मारक
. कलाएं, चित्रकलाएं और हस्तशिल्प
. राजस्थानी साहित्य की महत्त्वपूर्ण कृतियां। क्षेत्रीय बोलियां
. मेले, त्यौहार, लोक सगीत एवं लोक नृत्य
. राजस्थानी संस्कृति, परम्परा एवं विरासत
. राजस्थान के धार्मिक आन्दोलन, संत एवं लोक देवता
. महत्त्वपूर्ण पर्यटन स्थल
. राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व
भारत का इतिहास
प्राचीनकाल एवं मध्यकाल:
. प्राचीन एवं मध्यकालीन भारत के इतिहास की प्रमुख विशेषताएं एवं महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाएं
. कला, संस्कृति, साहित्य एवं स्थापत्य
. प्रमुख राजवंश, उनकी प्रशासनिक सामाजिक व आर्थिक व्यवस्था। सामाजिक-सांस्कृतिक मुद्दे,
प्रमुख आन्दोलन
. प्राचीन भारतीय सांस्कृतिक व्यवस्था एवं आदर्श- वर्ण व्यवस्था, आश्रम व्यवस्था, सस्कार व्यवस्था,
पुरुषार्थ, ऋण एवं ऋत का सिद्धात
. धर्म/पंथ निरपेक्षता, धार्मिक सहिष्णुता एवं धार्मिक एकता
आधुनिक काल:
. आधुनिक भारत का इतिहास - लगभग 18वीं शताब्दी मध्य से वर्तमान तक - प्रमुख घटनाएं,
व्यक्तित्व एवं मुद्दे
. स्वतत्रता संघर्ष एवं भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन -इसके विभिन्न चरण व देश के विभिन्न भागो
के प्रमुख योगदानकर्ता/योगदान
. 19वीं एवं 20वीं शताब्दी मे सामाजिक एवं धार्मिक सुधार आन्दोलन
. स्वातत्र्योत्तर काल मे राष्ट्रीय एकीकरण एवं पुनर्गठन
आधुनिक विश्व का इतिहास
. पुनर्जागरण एवं सुधार
. अमेरिकी स्वतंत्रता संग्राम
. औद्योगिक क्रान्ति, फ्रांसीसी क्रान्ति एवं रूसी क्रान्ति
. एशिया एवं अफ्रीका मे साम्राज्यवाद एवं उपनिवेशवाद
. प्रथम एवं द्वितीय विश्व-युद्ध
भारतीय संविधान, राजव्यवस्था एवं शासन
. भारत का संविधान: ऐतिहासिक आधार, विकास, विशेषताएं, संशोधन, महत्वपूर्ण प्रावधान एवं
मूलभूत ढांचा
. भारतीय राजनीति के निर्धारक तत्व एवं प्रकृति, निर्वाचन एवं मतदान व्यवहार, गठबंधन सरकारे
. ससदीय शासन व्यवस्था.
. संघीय गतिशीलता
. न्यायिक पुनरावलोकन
. राष्ट्रीय एकीकरण की चुनौतियां
राजस्थान की प्रशासनिक व्यवस्था
.राजस्थान का प्रशासनिक ढांचा और प्रशासनिक संस्कृति
. विभिन्न अधिकार एवं नागरिक अधिकार पत्र
अर्थशास्त्रीय अवधारणाएं व भारतीय अर्थव्यवस्था
. लेखाकनः- वित्तीय विवरणो के विश्लेषण की विधियां, कार्यशील पूंजी का प्रबन्धन
. अंकेक्षणः- आशय, उद्देश्य, कपट एवं त्रुटियो की पड़ताल, आंतरिक नियत्रण, सामाजिक अंकेक्षण, प्रोप्राइटी अंकेक्षण, कार्य निष्पादन अंकेक्षण, दक्षता अंकेक्षण
. आय-व्यंयकः- बजटिंग के प्रकार, बजट पर नियंत्रण, उत्तरदायी लेखांकन, सामाजिक लेखांकन, घाटे के विभिन्न प्रकार- बजटीय, राजकोषीय एवं राजस्व घाटा
. अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्रः- कृषि, उद्योग, सेवा एवं व्यापार - वर्तमान स्थिति, मुद्दे एवं पहलू
. बैंकिगः- वाणिज्यिक बैंको के कार्य, गैर निष्पादित परिसम्पत्तियों के मुद्दे, वित्तीय समावेशन
. प्रमुख आर्थिक समस्याएं एवं सबद्ध राजकीय पहलू
. वृद्धि, विकास एवं आयोजन- मुद्दे, प्रवृत्तियां एवं पहलू: तीव्र, समावेशी एवं सम्पोषणीय संवृद्धि,
संवृद्धि के सकेतक
. लोक वित्त, मौद्रिक नीतियां, मुद्रा स्फीति एवं नियंत्रण तंत्र, रेपो दर, रिवर्स रेपो दर, नकद आरक्षित अनुपात (CRR) व साविधिक तरलता अनुपात (SLR) भारत मे कर सुधार, प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कर सुधार, सब्सिडी -सब्सिडी के नकद हस्तान्तरण का मुद्दे।
. मुद्रा पूर्ति की अवधारणा एवं उच्च शक्ति मुद्रा
. खाद्य सुरक्षा एवं सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS)
. विदेशी पूंजी की भूमिका - भारतीय अर्थव्यवस्था मे बहुराष्ट्रीय कपनियां
. निवेश एवं विनिवेश नीतियां
. भारतीय आर्थिक सुधारो की नवीन धाराएं
. रिजर्व बैंक, सेबी एवं योजना आयोग की भूमिका एवं कार्य
राजस्थान की अर्थव्यवस्था
. राजस्थान की अर्थव्यवस्था का वृहद् परिदृश्य
. कृषि, औद्योगिक एवं सेवा क्षेत्र के प्रमुख मुद्दे
. राजस्थान के विशेष सदर्भ मे संवृद्वि, विकास एवं आयोजना
. आधारभूत संरचना एवं संसाधन, राजस्थान की अर्थव्यवस्था की उच्च संवृद्धि दर के स्रोत
. राजस्थान की मुख्य विकासात्मक परियोजनाएं
. राज्य के रूपान्तरण मे लोक एवं निजी सहभागिता का प्रतिदर्श
. राज्य का जनांकिकीय परिदृश्य संविधान और इसके प्रभाव
विश्व एवं भारत का भूगोल
विश्व का भूगोल:
. प्रमुख भौतिक विशेषताएं
. पर्यावरणीय एवं पारिस्थितिकीय मुद्दे
. वर्तमान भू-राजनीतिक संघर्ष क्षेत्र
भारत का भूगोल
. प्रमुख भौतिक विशेषताएं एवं भू-भौतिकीय विभाजन
. पर्यावरणीय एवं पारिस्थितिकीय मुद्दे
. प्राकृतिक ससाधन
राजस्थान का भूगोल
. मुख्य भौगोलिक क्षेत्र
. प्राकृतिक वनस्पति
. पशु सम्पदा, वन्य-जीव एवं इनका संरक्षण
. कृषि-जलवायु क्षेत्र
. धात्विक तथा अधात्विक खनिज
. ऊर्जा के संसाधन-परम्परागत एवं गैर-परम्परागत
. जनसंख्या एवं जनजातियां
सवाल और जवाब
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